July 27, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर के अर्मापुर में रक्षा उत्पाद तैयार करने वाली कंपनी- एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड को 6000 करोड़ रुपये को रक्षा उत्पादों को तैयार करने का आर्डर मिला है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री में बने लघु शस्त्र से लेकर तोप तक की डिमांड देश के रक्षा विभाग के लेकर विदेशों में जबरदस्त तरीके से हो रही है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री को 450 करोड़ रुपये के आर्डर केवल यूरोपियन कंट्री से मिले हैं। इसके साथ ही सेना के लिए 300 सारंग तोप का भी ऑर्डर मिला है। इसमें से 33 तोप कंपनी सेना को डिलीवर भी कर चुकी है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री की ओर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अर्मापुर ग्राउंड में दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। 13 व 14 अगस्त को नगर की आम जनता रक्षा उत्पदों को देख और उनके बारे में जानकारी ले सकती है। सीएमडी राजेश चौधरी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि जब रक्षा क्षेत्र में कॉरपोरेट कल्चर नहीं था, तब 4500 करोड़ के रक्षा उत्पादों के आर्डर हमारे पास थे। लेकिन जब व्यवस्था बदली और हमने कॉर्पोरेटाइज होकर काम शुरु किया तो हमें 6 हजार करोड़ रुपये के आर्डर मिल गए। पिछले दो सालों में करीब 35 फीसद अधिक आर्डर मिले हैं। इसी तरह उन्होंने बताया, कि आगामी छह माह में ढाई हजार करोड़ रुपये के आर्डर मिलने की पूरी संभावना है। वह आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर नगर के अर्मापुर स्थित स्माल आर्म्स ग्राऊंड में आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान वार्ता कर रहे थे। इस मौके पर जीएम एसएएफ राजीव शर्मा, प्रदर्शनी संयोजक अरुण कस्तवार, विनय सिंह, अनुज तिवारी आदि मौजूद रहे। सीएमडी राजेश चौधरी ने बताया, कि कानपुर में बनी धनुष तोप की मारक क्षमता में अब विस्तार किया गया है। पहले यह 45 कैलीबर की बनाई गई थी। हालांकि, अब हमने 52 कैलीबर का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। साथ ही इसके सारे सफल परीक्षण भी कर लिए गए हैं। जल्द ही नई धनुष को सभी के सामने लाएंगे।सीएमडी राजेश चौधरी ने बताया कि अब आगामी 18 अगस्त को देखने में बेहद खूबसूत व वजन में बेहद हल्की रिवाल्वर प्रबल को हम लांच करेंगे। उन्होंने बताया, फिलहाल रिवाल्वर सीमित संख्या में बनाई गई हैं। इसलिए जिन्होंने इसकी प्री-बुकिंग कराई थी, उन्हें ही मुहैया कराई जाएगी। इसकी कीमत पिछली तैयार रिवाल्वरों से कम रखी गई है। सीएमडी राजेश चौधरी ने बताया, कि हम अपने उत्पादों में अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक, ड्रोन तकनीक व मशीनों को एडवांस करने के लिए मशीन लर्निंग जैसी अाधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर रहे हैं। हाल ही में स्माल आर्म्स फैक्ट्री व आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने एक साथ काम करना शुरू कर दिया है। इसमें फिलहाल हम जो परीक्षण कर रहे हैं, उसमें पहली बार ऐसा होगा जब ड्रोन के साथ हथियारों का उपयोग किया जाएगा। यानी हम कह सकते हैं, कि अगर ड्रोन उड़ेगा तो उसके साथ हथियार भी होंगे। 

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