कानपुर। प्रयागराज में अगले साल के शुरु में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले कानपुर में गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कवायद शुरु कर दी जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी राकेश सिंह ने गंगा सुरक्षा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति अधिकारियों के साथ बैठक में ये निर्णय लिया है। जिलाधिकारी ने नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पंचायती राज विभाग गंगा को निर्मल करने की कार्ययोजना पर काम करने के निर्देश भी दे दिए हैं।जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा को निर्देश दिए कि सभी एसटीपी और सीईटीपी की मरम्मत कराएं और इनका निरीक्षण बराबर करते रहे। नगर के 40 गंगा गांवों में जल संरक्षण के चिन्हित तालाबों को सर्वे कर इनका जीर्णोद्धार कराया जाएगा।यही नही गंगा किनारे स्थित गांवों और घाटों पर स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जाएगा। यहां सफाई के साथ ही बड़े-बड़े कूड़ेदान रखवाए जाएंगे। प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा। वहीं ऋषिकेश की तर्ज पर अटल घाट पर गंगा आरती रोजाना आयोजित होगी। इसके लिए चयनित 5 सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा।जिलाधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि परियोजना प्रबंधक नगर निगम सुनिश्चित करेंगे कि गंगा नदी के कैचमेंट एरिया के 500 मीटर दायरे के अंतर्गत कूड़े, पॉलीथीन का निस्तारण नहीं किया जाएगा सभी अनटैप्ड नालों पर बायो रेमिडिएशन ठीक तरीके से हो। नगर निगम को पनकी में डंप 7.5 लाख मीट्रिक टन लीगेसी वेस्ट को जल्द निस्तारित करने के निर्देश नगर आयुक्त को दिए।
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