July 27, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में महिला मतदाताओं में मतदान को लेकर जबरदस्त क्रेज है। 2014 के लोकसभा चुनाव से 2022 के विधानसभा चुनाव के बीच जिले की महिला मतदाताओं में मतदान 5 फीसदी से ज्यादा बढ़त दर्ज की गई। जबकि इसी अवधि में पुरुष मतदाताओं के मतदान करने के प्रतिशत महज 3 फीसदी बढ़ा। ज्यादा तेज रफ्तार से मतदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझ कर आगे बढ़ रही महिलाएं 2024 के चुनाव में प्रत्याशियों के भाग्य की विधाता हो सकती हैं। जागरुक मतदाता के तौर पर महिलाओं की भागीदारी चुनावों में कई वर्षों से लगातार बढ़ रही है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जहां 55.97 फीसदी पुरुष व 50.09 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट किया। जबकि महिलाओं के मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में 56.45 प्रतिशत पुरुष व 52.31 फीसदी महिला जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में 59.05 फीसदी पुरुष व 55.20 फीसदी महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। महिला मतदाताओं में मतदान के प्रति बढ़ते क्रेज को देखकर दल और प्रत्याशी भी तरह तरह की कवायद कर रहे हैं। पार्टियां महिलाओं के सम्मान व हक के लिए तमाम तरह की योजनाएं लाने की बात कही जा रही हैं। साथ ही सियासी गतिविधियों में भी महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए तरह तरह की रणनीति बनाकर संपर्क साधने की कोशिश जारी है। तमाम राजनीतिक दल आधी आबादी पर मुख्य रूप से फोकस करते हुए वोट मांगते दिख रहे हैं। भाजपा उज्ज्वला योजना, गर्भवती महिलाओं के लिए मातृ वंदन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं को बताकर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस, सपा, बसपा और अन्य पार्टी के प्रत्याशी भविष्य में इससे बेहतर योजनाओं का लाभ दिलाने और महिलाओं को सुरक्षित होने का भरोसा दिला रहे हैं।

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