कई बार बनी योजनाओं को अमली जामा नही पहनाया जा सका ।
कानपुर। साल 2009 से ग्रीनपार्क स्टेडियम से आधुनिक दीर्घाओं के निर्माण की प्रक्रिया क्या शुरु हुयी उसकी दर्शक क्षमता लगातार घटती गयी। इसके बाद ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्शक क्षमता को बढ़ाने के लिए बीते वर्षों में तमाम योजनाएं तैयार की गईं पर सब ठंडे बस्ते में चली गईं। ग्रीनपार्क की दर्शक क्षमता को बढाने के लिए कभी यूपीसीए के पदाधिकारियों ने ऐलान किया तो कभी खेल विभाग के अधिकारियों ने इस पर अपनी सहमति जताई। यूपीसीए के एक स्वर्गवासी निदेशक एसके अग्रवाल ने तो सीटों को बढाने के लिए एक निजी कम्पनी के निदेशक से प्रोजेक्ट तक तैयार करवा लिया था जिसमें बी गैलरी, डी गैलरी, ई जनरल और महिला दीर्घाओं को डबल स्टोरी करने की योजना शामिल थी। उनके बीमार होने के चलते वह कार्य योजना भी अधर में ही लटक गयी थी जिससे अभी तक पूरा नही किया जा सका है। साल 2009 में बनाए गए वीआईपी और डायरेक्टर्स पैवेलियन से लगभग इकटठा ही 5 से 6 हजार की दर्शक क्षमता कम हो गयी तो यूपीसीए की अपनी गैलरी जिसमें लगभग 4 हजार से अधिक दर्शक बैठकर मैच का आनन्द उठाते आते थे वह भी न्यू प्लेयर्स पैवेलियन बनने के बाद दर्शक क्षमता खो बैठा। हालांकि साल 2013 में तत्कालीन खेलमन्त्री नारद राय ने दर्शकों की क्षमता बढाने की योजना बनाने के लिए कमेटी का गठन किया था लेकिन वह भी समय पर अपना काम नही कर सकी। मैच आयोजित होने से पहले बड़े-बड़े दावे किए गए पर दर्शक क्षमता घटती गई। 75 वर्षों से विभिन्न प्रकार के टेस्ट, वनडे और टी-20 मैच के गवाह बनने वाले ग्रीनपार्क स्टेडियम की वर्तमान में कम हो रही दर्शक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से मार्च 2023 में तत्कालीन जिलाधिकारी विशाखजी ने एक प्रस्ताव शासन को भेजा था।प्रस्ताव में बताया गया था कि 2015-16 में बनाए गए न्यू प्लेयर्स पवेलियन के भूतल में खिलाड़ियों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। प्रथम तल पर वीवीआईपी और द्वितीय तल में आम दर्शकों के लिए दीर्घा बनाई गई थी। प्रस्ताव में बताया गया था कि ग्रीनपार्क में 12 दर्शक दीर्घा हैं। इनमें पांच दर्शक दीर्घा ऊपर से कवर्ड हैं और सात कवर्ड नहीं हैं।ऐसे में इन सातों को कवर्ड किया जाए तो दो तल बनाने पड़ेंगे और दर्शक क्षमता बढ़ जाएगी। अभी भी यह प्रस्ताव शासन के पास भी ठंडे बस्ते में पड़ा है। प्रस्ताव में कहा गया था कि न्यू प्लेयर्स पवेलियन की तर्ज पर एक और अत्याधुनिक दर्शक दीर्घा का निर्माण कराया जाए। वर्ष 2013 में डायरेक्ट्रेट पवेलियन, वीआईपी पवेलियन और विजिटर गैलरी बनाने के बाद दर्शक क्षमता 32 हजार के करीब बची। इसके बाद वर्ष 2015 में भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए वनडे मैच से पूर्व निरीक्षण करने आए तत्कालीन यूपीसीए अध्यक्ष यदुपति सिंहानिया ने डायरेक्ट्रेट पवेलियन से पूरे ग्रीनपार्क स्टेडियम की दीर्घाओं को डबल करने की बात यूपीसीए और खेल विभाग के अफसरों से कही थी पर मैच के बाद कुछ नहीं हुआ। 2016 व 2017 में आईपीएल मैचों के दौरान जब तत्कालीन खेल राज्यमंत्री चेतन चौहान ग्रीनपार्क दौरे पर आए थे, तो दर्शक क्षमता को बढ़ाने का मुद्दा जोरों से उठा था। चेतन ने भी यूपीसीए के तत्कालीन सचिव युद्धवीर सिंह समेत अन्य सदस्यों से क्षमता बढ़ाने के लिए बोला था। यूपीसीए की ओर से परस्पर सहयोग न मिलने के बाद यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला गया।