संवाददाता।
कानपुर। नगर में विद्युत विभाग औरैया में कार्यरत कार्यकारी सहायक ने अपने ही विभाग के एक कर्मचारी की पेंशन बनवाने के नाम पर 20 हजार रुपये की धूस मांगी थी। पीड़ित ने इसकी सूचना एंटी करप्शन विभाग को दी। इसके बाद टीम ने देर रात उसे कानपुर स्थित घर के पास रंगे हाथों 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ लिया। श्याम नगर के कंचन विहार निवासी अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि वह विद्युत वितरण खंड दक्षिणांचल औरैया में 10 मार्च 2016 से 30 जून 2023 तक लेखाकार के पद पर कार्यरत रहे। इसके बाद जब सेवा निवृत्त हुए तो उनकी पेंशन नहीं बंधी। इसको लेकर सहायक कार्यकारी संदीप कुमार दुबे उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ा रहा था और न ही मेडिकल का पैसा दे रहा था। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद जब मैंने संदीप से बात की तो उसने पहले 40 हजार की मांग की। इसके बाद 20 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। अनिल ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि पहली किस्त संदीप को 10 हजार रुपये देनी थी। इसके बाद बाकी के पैसे काम हो जाने के बाद देने थे। सौदा तय होने के बाद संदीप ने फोन कर अनिल को पैसा देने के लिए कानपुर के रतनलाल नगर स्थित अपने घर पास बुलाया। अनिल ने उसी जगह पर जाकर संदीप को 500 के नोट पकड़ाए, जिसमें पहले से ही एंटी करप्शन टीम ने एक कैमिकल लगा रखा था, जैसे ही संदीप ने पैसा पकड़ा तो टीम ने संदीप को दबोच लिया और फिर हाथ धुलाया तो संदीप का हाथ गुलाबी हो गया। टीम ने साक्ष्य के तौर पर इसकी फोटो ग्राफी की और संदीप को लेकर गोविंद नगर थाने गए। वहां पर मुकदमा लिखने के बाद उसे बुधवार को जेल भेज दिया गया। अनिल ने बताया कि सेवानिवृत्त होने के बाद करीब एक साल होने को आ रहा है और संदीप पैसों के लालच में फाइल आगे नहीं भेज रहा है। कई बार कानपुर से औरैया के चक्कर काटे लेकिन उसने एक न सुनी।