—20 मई को देशव्यापी औद्योगिक हड़ताल का अल्टीमेटम।

संवाददाता
कानपुर। ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस ने कार्ल मार्क्स की 227वीं जयंती पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन श्रमायुक्त कार्यालय में दिया है।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि मौजूदा समय में बेतहाशा महंगाई वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों को काफी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 13 हजार तय है, जो कि बहुत कम है। इसलिए न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाए।
उप श्रमायुक्त अजय कुमार मिश्र को ज्ञापन सौंपते हुए एटक अध्यक्ष असित कुमार सिंह ने कहा कि सूबे की सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन भी असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों को नहीं मिल रहा है, जिससे वह शोषण के शिकार हो रहे हैं।
महंगाई दर को देखते हुए न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने 2019 तक न्यूनतम वेतन सलाहकार बोर्ड के गठन किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन 6 साल बीतने के बाद भी आज तक बोर्ड का गठन नहीं किया गया है।
एटक सदस्यों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो 20 मई को देशव्यापी औद्योगिक हड़ताल की जाएगी। उप श्रमायुक्त ने जल्द शिकायतों के निस्तारण का आश्वासन दिया है।
इस मौके पर महामंत्री गौरव दीक्षित, राम प्रसाद कनौजिया, ओपी रावत, मो. इकराम, एचएस मिश्रा मौजूद रहे।