July 27, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर मे पिता की बेगुनाही के लिए यूपी के स्टार क्रिकेटरों में शुमार अलमास शौकत ने क्रिकेट से तो दूरी बना ही ली है। साथी ही अपनी सरकारी नौकरी भी कुर्बान कर दी। विधायक इरफान सोलंकी के आगजनी मामले में आरोपी बने शौकत अली के बेटे अलमास शौकत है। अलमास ने कहा कि मेरे पिता बेगुनाह है, उनका इरफान से कोई लेना देना नहीं है लेकिन उनको फंसाया जा रहा है। अलमास ने कहा कि पिता को 17 दिसंबर 2022 को जेल भेजा गया था, जबकि इरफान पर केस दर्ज हुए डेढ़ माह हो चुके थे। उनको प्रताड़ित करने के लिए एक के बाद एक छह मुकदमे उन पर लगा दिए गए, जबकि इससे पहले उनके ऊपर कोई भी मुकदमा नहीं था। इसके बाद ईडी का छापा भी हमारे घर मारा गया लेकिन ईडी ने हम लोगों को क्लीन चिट दी। बताते चले कि ग्वालटोली निवासी क्रिकेटर अलमास शौकत की नौकरी 2022 अप्रैल में जयपुर में एजी ऑफिस में क्लर्क के पद पर स्पोर्ट्स कोटे से लगी थी। उसके 5 माह बाद इरफान सोलंकी का मामला हुआ और इसमें शौकत अली भी फंस गए। शौकत अली की पैरवी करने के लिए अलमास को बार-बार कानपुर आना पड़ रहा था। इस कारण नौकरी नहीं हो पा रही थी। अलमास ने 5 फरवरी को अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया और पिता की पैरवी में दिन रात लग गए। अलमास शौकत प्रदेश के 13वें ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने रणजी मैच के डेब्यू में शतक मारा था। इसके अलावा 2014 मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बेस्ट बैट्समैन के तौर पर एमए चित्रर्म अवॉर्ड से उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। बहन नूरी शौकत नेशनल बॉक्सिंग खिलाड़ी है। अलमास ने कहा कि मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि मैं पिता को निर्देश होते हुए भी निर्दोश नहीं ठहरा पाया। यह लड़ाई अभी हम लोग आगे तक लड़ेगे।

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