कानपुर। पृथ्वी शॉ के फार्म में वापसी से दिल्ली् कैपिटल्स टीम में बल्लेबाजी थोडी मजबूत स्थिति में दिखायी दे रही है जिससे टीम को जीत की उम्मीद बंध गयी है। दिल्ली कैपिटल्स के अभिषेक पोरेल को छोड़ दें तो किसी अनकैप्ड भारतीय ने अपनी छाप नहीं छोड़ी है। इसी वजह से टीम को विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर रहना पड़ रहा। दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच अबतक तीन मुकाबले खेले गए हैं और तीनों में ही लखनऊ ने जीत हासिल की है। इसलिए आईपीएल 2024 के 26वें मुकाबले में भी लखनऊ का पलड़ा भारी दिखायी दे रहा है। आईपीएल 2024 का 26वां मुकाबला लखनऊ सुपर जायंट्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच शुक्रवार शाम 7.30 बजे से लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा। लखनऊ के लिए ये सीजन अबतक अच्छा रहा है। टीम ने अबतक खेले 4 में 3 मुकाबले जीते हैं और एक में उसे हार का सामना करना पड़ा है। वहीं, ऋषभ पंत के बतौर कप्तान वापसी के बाद भी दिल्ली कैपिटल्स अबतक लय नहीं पकड़ पाई है। टीम ने 5 में से सिर्फ एक मैच जीता है और पॉइंट्स टेबल में दिल्ली की टीम आखिरी स्थान पर है। ऐसे में दिल्ली कैपिटल्स लखनऊ के खिलाफ मैच में जीत दर्ज करना चाहेगी। दोनों टीमों के अगर पिछले मुकाबले की बात करें तो दिल्ली को अपने पिछले मैच में मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, लखनऊ सुपर जायंट्स ने अपने पिछले मैच में गुजरात टाइटंस को 33 रन से शिकस्त दी थी। लखनऊ सुपर जायंट्स इस सीजन में काफी संतुलित नजर आ रही है। टीम पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर बैठी है। लखनऊ को मयंक यादव के रूप में अच्छा तेज गेंदबाज मिला है, जिसने इस सीजन में अपनी रफ्तार से सनसनी मचा रखी है हो सकता है कि दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में भी नहीं खेलें। इसके बावजूद लखनऊ के पास ऐसे गेंदबाज हैं, जो दिल्ली के बल्लेबाजों को रोक सकते हैं। गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में मयंक के एक ओवर फेंकने के बाद मैदान से बाहर जाने के बाद युवा पेसर यश ठाकुर के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी आ गई थी और उन्होंने कमाल की गेंदबाजी की और 5 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई। ये आईपीएल 2024 का पहला फाइव विकेट हॉल भी था। टीम के पास क्रुणाल पंड्या, रवि बिश्नोई जैसे स्पिनर हैं। वहीं, नवीन उल हक नई गेंद को स्विंग कराने की महारत रखते हैं।
क्विंटन डिकॉक और केएल राहुल के रूप में लखनऊ के पास अच्छी सलामी जोड़ी है। डिकॉक 2 अर्धशतक लगा चुके हैं। लेकिन, केएल राहुल अबतक अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए हैं। निकोलस पूरन मध्य क्रम में तूफानी बल्लेबाजी कर रहे। इससे आखिरी के ओवर में टीम अच्छा स्कोर कर पा रही। दूसरी तरफ, दिल्ली कैपिटल्स के पास ऐसा लग रहा कि प्लान बी नहीं है। वो कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 106 रन से मैच हारने के बाद लय से भटकी दिख रही मुंबई इंडियंस से भी मुकाबला हार गए। उस मैच में मुंबई की पारी के आखिरी ओवर में एनरिक नॉर्खिया ने 32 रन लुटाए थे और आखिर में यही रन हार-जीत की वजह बने। टीम की सबसे बड़ी परेशानी भारतीय पेस अटैक है। खलील अहमद और ईशांत शर्मा के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है। मुकेश कुमार चोट से वापसी करेंगे। लेकिन, वो भी अबतक कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। सुमित कुमार और रसिक डार का डिकॉक, पूरन और मार्कस स्टोइनिस जैसे पावर हिटर्स के सामने टिकना बहुत मुश्किल है। नॉर्खिया चोट से वापसी के बाद अबतक बेअसर रहे हैं। उन्होंने 4 मैच में 13.43 की इकोनॉमी से रन लुटाए हैं।