कानपुर। सरिया बनाने वाली कम्पनी सिग्मा ग्रिपलॉक के मालिक को डीजीजीआई ने 52 करोड की टैक्स चोरी में गिरफ्तार कर लिया है। लखनऊ से आयी टीम ने कम्पनी के कई ठिकानों पर छापेमारी करते हुए गिरफ्तारी की कार्यवाई को अंजाम दिया है। टीम ने कंपनी के निदेशक नवीन जैन को गिरफ्तार कर स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 9 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। नवीन जैन कुल 8 कंपनियों में निदेशक हैं। बतातें चलें कि नवीन जैन ने अपना ऑफिस बेहद गोपनीय तरीके से बनाया है। यहां हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। ऑफिस परिसर में कदम रखते ही अंदर बैठे व्यक्ति को आपके आने की जानकारी हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक ऑफिस से भी बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सभी की जांच की जा रही है। कोर्ट में डीजीजीआई ने पक्ष रखा कि नवीन जैन पहले भी टैक्स चोरी में पकड़े जा चुके हैं।नगर के के ब्लॉक किदवई नगर में रहने वाले नवीन जैन (57) राधे-राधे इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। फतेहपुर, मलवां में उनकी फर्म है, साथ ही फजलगंज, सिग्मा हाउस प्लॉट नंबर 17 में उनका कार्यालय है।डीजीजीआई ने सबसे पहले छापेमारी फतेहपुर स्थित फैक्ट्री में की, जिसके बाद गोपनीय तरीके से टीम ने कानपुर स्थित आवास पर छापेमारी की। डीजीजीआई लखनऊ की टीम को काफी समय से इस्पात कंपनी में टैक्स चोरी की जानकारी मिल रही थी। जिस पर टीम ने फजलगंज स्थित कार्यालय में छापेमारी की। टीम ने कंपनी निदेशक नवीन जैन को गिरफ्तार करते हुए स्पेशल सीजेएम कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में पेश किया था। टीम की ओर से कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया कि मामले की जांच अभी प्रचलित है, इसलिए आरोपी की न्यायिक अभिरक्षा स्वीकृत की जाए, जिससे साक्ष्य प्रभावित न हों। इसके बाद कोर्ट ने कंपनी निदेशक को 9 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया।