कानपुर। नगर का एक शख्स लगभग 15 सालों के बाद अपने पैरों पर खडा होकर दुनिया की सैर कर सकेगा। वह भी नगर के उन विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से किए गए सराहनीय और प्रशंसनीय कार्य के चलते जब घुटनों का सफल ट्रांसप्लांट कर दिया गया। कानपुर मेडिकल कॉलेज में महाराजपुर के 62 वर्षीय शख्स का दोनों घुटनों का सफल ट्रांसप्लांट किया गया। मरीज पिछले 15 सालों से अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाता था। वह घुटनों के असहनीय दर्द और टेढ़ापन से पीड़ित था। मरीज का नाम रामेश्वर प्रसाद है। वो 15 मई को ऑर्थो ओपीडी में वरिष्ठ ऑर्थो सर्जन डॉ. रोहित नाथ के पास इलाज के लिए आया था। डॉक्टर ने मरीज जांच के बाद दोनों घुटनों में स्टेज 4 एडवांस आर्थराइटिस (जटिल गठिया) पाया गया। इसके चलते मरीज रोजमर्रा के काम तक नहीं कर पाता था। डॉ. रोहित नाथ ने रामेश्वर प्रसाद का पहले आयुष्मान कार्ड बनवाया। इसके बाद घुटना प्रत्यारोपण (टोटल नी रिप्लेसमेंट) कराने की सलाह दी। रामेश्वर प्रसाद का 27 मई को पहले बाएं पैर के घुटने का ट्रांसप्लांट हुआ। दाएं पैर के घुटने का ट्रांसप्लांट 10 जून को डॉ. रोहित नाथ और उनकी टीम ने किया। डॉक्टरों ने ऑपरेशन में विदेशी कम्पनी जिम्मे बिओमेट के इम्प्लांट लगाया गया। एक घुटने का ऑपरेशन करने में करीब एक घंटे का समय लगा। मरीज ऑपरेशन के अगले दिन ही खड़े हो गए और वॉकर के सहारे चलने भी लगे। उनके दोनों घुटनों का टेढ़ापन भी खत्म हो गया। आपरेशन दल में डॉ. रोहित नाथ के साथ सहायक डॉ. रचित भटनागर, सीनियर रेजिडेंट डॉ. अनमोल चौरसिया, डॉ. शोभित कुमार, डॉ. अभिषेक भास्कर, डॉ. अनुराग कुमार वर्मा, डॉ. दिव्याशं शर्मा की टीम शामिल रही।

फ़ोटो।प्रेसवार्ता में जानकारी देते डॉक्टर