
संवाददाता।
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में गवर्निंग काउंसिल की बैठक में सभी नए प्रस्तावों को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई है। बैठक के दौरान विश्वविद्यालय में पहली बार मानव मूल्य पाठ्यक्रम को पाठ्यक्रम में शामिल करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। विश्वविद्यालय अब इंजीनियरिंग और प्री-पीएचडी के साथ-साथ मानव मूल्य पाठ्यक्रम भी पेश करेगा। कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुई बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति (एनईपी) के सफल कार्यान्वयन की भी सराहना की गई। सीएसजेएमयू अपने स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी में एनईपी लागू करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय बन गया। विश्वविद्यालय एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी) पोर्टल के माध्यम से अपने सभी पाठ्यक्रमों के परीक्षा परिणाम जारी करने वाला पहला विश्वविद्यालय बन गया। बैठक के दौरान अकादमिक डीन प्रो. रोनी शर्मा ने विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रहे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और संबद्ध महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रस्तुत की। सभी सदस्यों को सीबीसीएस (च्वाइस-बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) के माध्यम से क्रेडिट-आधारित पाठ्यक्रमों और विभिन्न संकाय सदस्यों के तहत चल रहे शोध कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके अलावा, बैठक में पीएचडी में नए विषयों को शामिल करने पर चर्चा की गई और मंजूरी दी गई। कार्यक्रम, विश्वविद्यालय में अनुसंधान संभावनाओं का और विस्तार कर रहे हैं। बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा चल रही अनुसंधान परियोजनाओं और स्थापित उत्कृष्टता केंद्रों पर भी प्रकाश डाला गया। उल्लेखनीय रूप से, जीवन विज्ञान अनुसंधान में महत्वपूर्ण प्रगति प्रस्तुत की गई। सदस्यों को अंतर्राष्ट्रीय संबंध और अकादमिक निगम सेल की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई। बैठक हाइब्रिड मोड में आयोजित की गई, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की भागीदारी की अनुमति दी गई। वित्त समिति, परीक्षा समिति एवं भवन समिति द्वारा लिये गये निर्णयों का भी समर्थन किया गया। इसके अतिरिक्त, बैठक में गणेश शंकर विद्यार्थी सेंट्रल लाइब्रेरी में संशोधित नीति को संबोधित किया गया, जो नए संसाधनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है और सदस्यों को सदस्यता नीति से अवगत कराती है।