March 20, 2025

स्वतंत्र शुक्ला

कानपुर। कानपुर विकास प्राधिकरण के , अभियंत्रण विभाग ने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार करते हुए नियम, कायदे और कानून की धज्जियां उड़ा कर रख दी है। विकास और रखरखाव के नाम पर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए निविदा प्रक्रिया में ही तमाम खेल कर डाले गये हैं।

केडीए के इन्जीनियरिंग विभाग के मुख्य अभियंता ने अपनी ओर से हो चुके कार्यों के लिए ही निविदा प्रक्रिया की सूचना जारी करवा दी। जिसमे कार्यो की लिस्ट को भ्रष्टाचार का अमली जामा सहायक अभियंता सी बी पांडे  जोन 2 के प्रभारी ने पहनाया, केडीए ने लगभग 18 कार्यो के टेन्डर बिना जांच के निकाल दिए जिसके लिए बाकायदा निविदा सूचना भी प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित कर दी गई। निविदा प्रक्रिया 28 जनवरी से 17 फरवरी के बीच जारी रही । टेन्डर प्रक्रिया में अधिकतर कार्य जो पूर्व में ही पूर्ण करवाए जा चुके हैं उसके लिए ही आवेदन मांग डाले। केडीए की ओर से जारी दोबारा टेन्डर प्रक्रिया में उन्ही  कार्यो का जिक्र किया गया जो कार्य शायद होने ही नही हैं। माना यह भी जा रहा है कि विभाग के राजस्व पर डकैती डालते हुए अपनी जेंबों को भरने का काम किया गया  है। 

बतातें चलें कि केडीए के निविदा सूचना में बिंदु 15 और 16 में शताब्दी नगर योजना में केम्ब्रिज चौराहे से केडीए ड्रीम्स तक डिवाइडर में पौधारोपण का कार्य किए जाने का काम  सबसे प्रमुख है, वहीं डिवाइडर के दोनों ओर पेडों की सुरक्षा के लिए जाली लगाए जाने की भी निविदा मांगी गयी है। सबसे बडा कार्य सभी कार्यो के अनुरक्षण का रखा गया है जिसकी लागत भी अधिक रखी गयी है। इसी प्रकार निविदा सूचना में बिंदु संख्या 11 में जवाहर पुरम के सेक्टर-13 स्थित एकता एनक्लेव की सडकों का सुदृढीकरण कार्य का भी टेन्डर निकाल कर ठेकेदारों का बुलावा भेजा गया है। केडीए के आला अधिकारियों की आखों में धूल झोंक कर जारी की गयी निविदा प्रक्रिया के लिए विभाग ने दोबारा आवेदन तो मांग लिए लेकिन शायद उसकी आवश्यकता ही नही है, ये उन्हें दिखायी नही दे रहा है। 

जब इस फर्जी टेन्डर प्रक्रिया की जानकारी आज़ाद समाचार को प्राप्त हुयी तो तथ्यों की गहन जांच पडताल के लिए आज़ाद टीम ने मौके का मुआयना कर फोटो और वीडियो से प्रमाण जुटा डाले। मौके पर साफ तौर पर यह दिखायी दे रहा है कि इन कार्यो को पुन:  करवाने की आवश्यकता ही नही है। फिर भी केडीए के इन्जीनियरिंग विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपने फायदे के लिए टेन्डर प्रक्रिया का नोटिस जारी करवा दिया। जब कानपुर विकास प्राधिकरण में 3 फरवरी को उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्बयाल के कार्यालय में जहाँ मुख्य अभियंता प्रेम चंद्र आर्या भी उपस्थित थे, आज़ाद ने सारे फोटो और वीडियो के प्रमाण दिखाकर जवाब मांगा गया तो उपाध्यक्ष ने आज़ाद समाचार की टीम को धन्यवाद देते हुए कहा इन कार्यों को तो उन्ही ने ही कुछ समय पूर्व करवाया है, इनको दोबारा करवाने की आवश्यकता ही नही है। पुनः इस प्रश्न पर कि इसमे आप क्या कार्यवाही करेंगे ? तो उन्होंने कहा कार्यवाही होगी परंतु दो सप्ताह से ऊपर का समय गुजर चुका है और अभी तक प्राधिकरण के मुखिया की तेज कार्यशैली और ईमानदार छवि के अनुसार कोई कार्यवाही होती नही दिखाई दे रही है जबकि उपाध्यक्ष ने पदभार ग्रहण करने उपरांत ही अवैध निर्माणों पर अभियान छेड़ रखा है और अरबों रुपये की भूमि कब्जामुक्त कराई है। लेकिन विभागीय सूत्रों का यह भी कहना है शायद विलंब इसलिए भी हो रहा है कि शासन को उपाध्यक्ष द्वारा पत्र भेजा जायेगा, सी बी पाण्डे सहित अन्य भृष्टाचारियों पर कड़ी कार्यवाही के लिये।

ये कुछ मामले है जिनकी जानकारी हो पाई है। यदि जांच किसी अन्य सरकारी एजेंसी से कराई जाये तो घोटालों की फेहरिस्त लंबी है।

पौधारोपण – पेडों का रूप ले चुके पौधों को हटाकर क्या फिर से अनेकों स्थान पर पौधारोपण किया जाएगा।
क्या बनी बनायी सडकों को दोबारा खोदकर नए तरीके से बनाया जाएगा।

सवाल यह भी है कि क्या लगे हुए पौधों को जड से उखाडकर दोबारा नए छोटे पौधे लगाए जाएंगे।

फेन्सिंग – डिवाइडर के दोनों ओर लगी हुयी सुरक्षा जालियों को हटाकर फिर से नयी लगवायी जाएंगी। 

इन सब बातों का जवाब कानपुर विकास प्राधिकरण की ओर से दिया जाना बाकी है।

केडीए उपाध्यक्ष, मदन सिंह गब्र्याल

—वर्जन

ये विकास कार्य मेने स्वयं कुछ समय पूर्व निष्पादित कराये है इन्हें कराये जाने की कोई आवश्यकता नही इसपर जांच होगी औऱ दंडात्मक कार्यवाही होगी

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