संवाददाता।
अयोध्या। राम कथा कुंज निर्माण का कार्य प्रगति पर है। धर्मशाला का निर्माण कार्य भी जोरशोर से चल रहा है। रामकथा कुंज में रामायण के प्रसंगों से जुड़ी मूर्तियों को आकर्षण का केंद्र बनाया जा रहा है। त्रेता युग को जीवंत करने की तैयारी की जा रही है। 54 प्रसंगों के आधार पर मूर्तियां तैयार कर ली गई है। मुक्त शिल्पकार रंजित और उनके पिता नारायण मंडल इस कार्य में बड़ी तन्मयता से लगे हुए हैं। दोनों शिल्पकारों की मंशा है कि मूर्तियों को देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो जाएं। 164 मूर्तियां रामायण प्रसंग से जुड़ी लगाई जानी हैं। इस बीच प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भाजपा के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भी आमंत्रित किया गया है। आमंत्रण मिलने के बाद आडवाणी ने जो वक्तव्य दिया है, वह बहुत ही शानदार और भावपूर्ण है। आडवाणी ने कहा है कि राम मंदिर के लिए नियति ने मोदी को निमित्त बनाया है। यह बड़ा ही सुखद प्रसंग है। इस बीच मंदिर न्यास समिति ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए का प्रण लिया है। उन्होंने इसकी शुरआत नासिक के पंचवटी धाम से की है। इस दौरान प्रधानमंत्री 45 व्रतों का कठोरता से पालन करेंगे। जिस नासिक के मंदिर में प्रधानमंत्री ने इस संकल्प को लिया, उस मंदिर के संदर्भ में मान्यता है कि भगवान श्री राम ने वहां लंबा समय बिताया था। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख किया है कि उनकी माताश्री अंत समय तक सीता राम का नाम लेती रहीं। इसलिए इनके जीवन में भी सीताराम का बड़ा महत्व है। मालूम हो कि राष्ट्रपति को लेकर विपक्षीदल मुद्दा बनाए हुए थे। संभव है कि समिति के आमंत्रण के बाद विपक्ष का यह मुद्दा भी समाप्त हो जायेगा।