—मंगलवार को लखनऊ में होने वाली बैठक में सब विषयों पर होगी चर्चा।
कानपुर। लगभग 34 महीने बाद ग्रीनपार्क स्टेडियम में 27 सितंबर से भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैच को लेकर खेल विभाग और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ दोनों ही गंभीर हो गए हैं। सांसद से लेकर खेल के प्रमुख सचिव ने ग्रीनपार्क का मुआयना कर वहां की समस्याओं को परखने का काम किया। इस दौरान उन्हें ग्रीनपार्क स्टेडियम में कई खामियों को पाया। इसको लेकर मंगलवार को खेल विभाग के सचिव ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों को लखनऊ बुलाया है। लखनऊ में होने वाली इस बैठक में मैच से सम्बन्धित आगे की रूप रेखा तय करने का काम किया जाएगा। इस बैठक में ग्रीनपार्क से सम्बन्धित योजना और समस्याओं को यूपीसीए बिन्दुवार तरीके से खेल विभाग को लिखकर सौंपेंगा और उसके निस्तारण के लिए चर्चा करेंगे। रविवार को निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव के सामने खेल विभाग और यूपीसीए के बीच चल रही तनातनी सामने आई थी। खेल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जो कुछ नियम में लिखा है उसी के आधार पर हम काम करेंगे। वहीं, यूपीसीए के पदाधिकारियों का कहना है कि नियम में कुछ बदलाव करने की जरूरत है, क्योंकि इससे एसोसिएशन को काफी नुकसान हो रहा है। इस बात पर प्रमुख सचिव ने दोनों ही विभाग के पदाधिकारियों से कहा कि अपनी-अपनी समस्या लिखित में बिंदुवार लेकर मंगलवार को बैठक में शामिल हो। इसके बाद सभी समस्या का हल निकाला जाएगा। इस बैठक में उन्होंने जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को भी शामिल होने की सम्भागवना है। यूपीसीए से कहा गया है कि वह सीटें कम होने का कारण स्पष्ट रूप से लिखकर लाए। इसके अलावा मैच न मिलने के क्या-क्या कारण हैं वो भी लिखे। मैच के दौरान उन्हें किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, ग्रीनपार्क स्टेडियम को किन-किन चीजों की जरूरत है। खेल विभाग को उन्होंने निर्देश दिए है कि वह ये लिखकर लाए कि एग्रीमेंट के हिसाब से क्या-क्या होना चाहिए, मैच की तैयारी को लेकर खेल विभाग क्या कर रहा है, स्टेडियम में क्या-क्या कमियां हैं, 2015 में स्टेडियम की कितनी दर्शक क्षमता थी और अब कितनी बची है, दर्शक क्षमता कम होने के पीछे का क्या कारण है, यूपी टी20 मैच का पैसा अभी तक क्यू नहीं जमा हुआ। इन सभी बिंदु पर बैठक में चर्चा की जाएगी।