कानपुर। उत्तर प्रदेश में मानसून आने में अभी कुछ समय लगेगा, लेकिन चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि देर रात से लेकर सुबह तक कानपुर, लखनऊ और आसपास के जनपदों में बौछारें पड़ी हैं, जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल रही है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर प्रदेश में दो दिन आसमान में बादल छाएं रहेंगे और हल्की बारिश के आसार हैं। इसके बाद एक बार फिर तापमान में बढ़ोत्तरी होगी और गर्मी में भी इजाफा होगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि मध्य अरब सागर के शेष भाग, कर्नाटक के शेष भाग, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ भाग, तेलंगाना के कुछ और भाग, और तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ भाग और दक्षिण-पश्चिम मध्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। पश्चिमी विक्षोभ को उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। मध्य पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य पर और दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी से जुड़कर अब दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे आसमान में बादल छाएंगे और हल्की बारिश की संभावना है। एक ट्रफ रेखा पश्चिम उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वी बांग्लादेश तक फैली हुई है। उत्तरी गुजरात पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। नागालैंड के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 39.8 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 48 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 33 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 7.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं। दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहने के भी आसार हैं।