–पुलिस ने रिमाण्ड मजिस्ट्रेट के यहां अलपहर पेश कर सुबह 5 बजे भेज दिया जेल
कानपुर। हजार करोड की नजूल वाले भूखण्ड पर कब्जा करने के आरोप में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही करते हुए रविवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। ईसाई मिशनरी से जुडा यह हाई प्रोफाइल मामला पहले आगरा फिर दिल्ली और उसके बाद इंग्लैण्ड तक पहुंच गया। जहां से वापस भारत के प्रधानमन्त्री कार्यालय ,गृहमन्त्रालय से होता हुआ प्रदेश शासन के पास आया तो शासन में हडकम्प मच गया। रविवार सुबह से चले इस घटनाक्रम का पटाक्षेप कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित की गिरफ्तारी से हुआ। अवनीश की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही नगर के पत्रकार और भारी संख्या में उनके समर्थक कानपुर कोतवाली पहुंच गए जहां रातभर हंगामा चलता रहा। हालात इतने खराब हो गए कि 12 थानों की पुलिस और पीएसी बुलानी पड़ गयी। पूर्व प्रेस क्लब के अध्यक्ष की गिरफ्तारी की खबर सुनकर मेयर प्रमिला पांडेय भी कोतवाली पहुंचीं पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए रात के 2.30 बजे अवनीश का मेडिकल कराया जहां 4 बजे रिमाण्ड मजिस्ट्रेट के सामने पेशकर उन्हे सोमवार की सुबह 5 बजे ही जेल भेज दिया गया । माना जा रहा है कि एक हजार करोड़ रुपए की जमीन कब्जा करने के केस में पुलिस ने एक्शन लिया है। पुलिस ने अवनीश दीक्षित समेत अन्य 12 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ डकैती समेत 10 गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। बतातें चलें कि सिविल लाइंस में हडर्ड चौराहे के पास केस्को एमडी ऑफिस है। इसके सामने मिशनरी की हजार करोड़ से ज्यादा कीमत की खाली जमीन पडी है। यह जमीन कई साल पहले ईसाई संस्था को लीज पर दी गई थी। प्रशासन के मुताबिक लीज खत्म हो चुकी है और अब यह नजूल की जमीन है। पुलिस को दी तहरीर के अनुसार, शनिवार सुबह इस जमीन पर कब्जा करने के लिए अवनीश दीक्षित के साथ 33 लोग पहुंचे। उन्होंने केयर टेकर के साथ मारपीट की और उसे खींचकर बाहर निकाल दिया। इसके बाद अपना ताला डालकर कब्जा ले लिया। इस दौरान कोतवाली थाने की पुलिस भी वहां पहुंची लेकिन आरोपियों को रोक नहीं पाई। मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा तो उन्होंने एसडीएम को कार्रवाई का निर्देश दिया। अंत में लेखपाल ने मामले में जांच-पड़ताल करके कोतवाली थाने में अवनीश दीक्षित समेत 12 के खिलाफ नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद जमीन के केयर टेकर सैमुएल गुरुदेव सिंह ने भी कोतवाली थाने में अवनीश दीक्षित समेत अन्य आरोपियों पर दूसरी प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें डकैती समेत 10 गंभीर धाराएं शामिल की गईं। आरोप है कि कब्जा करने पहुंचे लोगों ने तोड़फोड की। धमकी दी और वसूली की कोशिश की है। पुलिस ने अवनीश दीक्षित को रात 9.30 बजे परेड चौराहा स्थित क्रिस्टल पार्किंग से गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया- जमीन कब्जा मामले में 2 मुकदमे दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी अवनीश दीक्षित को गिरफ्तार किया गया। पूरे मामले की जानकारी शासन को भेज दी गई है। रविवार रात अवनीश को अरेस्ट करते ही सैकड़ों की संख्या में लोग कोतवाली पहुंच गए। हंगामा और बवाल की आशंका पर 12 थानों की फोर्स और पीएसी तैनात कर दी गई। इस दौरान महापौर प्रमिला पांडेय भी पहुंचीं। उन्होंने हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में जानकारी ली और कोतवाली के अंदर चली गईं। वहां पुलिस से उनकी थोडी बहस भी हुई। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कुछ देर बाद महापौर के फोन पर एक कॉल आई। इसके कुछ देर बाद ही वह कोतवाली से चली गईं। इधर, सीनियर जर्नलिस्ट की गिरफ्तारी पर उनके समर्थकों का कहना है- पुलिस फर्जी केस में अवनीश दीक्षित को फंसा रही है। जो एविडेंस पुलिस दिखा रही है, वह पूर्णतया गलत है। पुलिस के मुताबिक- अवनीश दीक्षित खुद जमीन पर कब्जा करने गए थे। जबकि समर्थकों ने एक सीसीटीवी दिखाया- जिसमें वह घर से निकल रहे हैं। दावा है कि वह अपने ऑफिस गए थे। लेकिन, पुलिस ने इसे कब्जाने वाला बता दिया। विवादित जमीन पर कब्जे को लेकर रविवार सुबह से ही विवाद शुरू हो गया था। पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जानकारी और रिपोर्ट शासन को भेज दी। चर्चा यह रही कि मामला ईसाई मिशनरी संगठन का होने से सूचना पहले दूतावास स्तर पर पहुंची, वहां से सीधे उप्र सरकार को भेजी गई। दूसरी चर्चा पुलिस व प्रशासन के जरिए गृह विभाग तक सूचना दी गयी। शासन ने पुलिस के फीडबैक के आधार पर तत्काल सख्त कार्रवाई को कहा। लेखपाल विपिन कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, उसके क्षेत्र में नजूल भूखण्डों (ब्लाक-15, भूखण्ड संख्या-69, 69ए 69बी) पर रविवार को सुबह 10:15 के आसपास, हरेन्द्र मसीह, राहुल वर्मा, मौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल व अर्पण एरियल के उकसाने पर अवनीश दीक्षित, जीतेश झा, मोहित बाजपेयी, सन्दीप, विक्की चार्ल्स, अब्बास, जितेन्द्र व 20 अन्य व्यक्तियों ने बलपूर्वक कब्जा करने का प्रयास किया। डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने बताया- अवनीश दीक्षित और उनके साथियों ने गेटमैन को बंधक बनाया और कैमरों के डीवीआर निकाल ले गए। विरोध पर धमकी दी, यही नही इस दौरान दूसरे गुट की महिलाओं से बदसलूकी भी की गई। हजार करोड के भूखण्ड को अवनीश दीक्षित समेत अन्य लोग कब्जा करने पहुंचे थे।