– *-निचले हिस्से पर बसे गांव वालों को ऊपरी हिस्से में जाने की हिदायत*
कानपुर। पहाडों पर हो रही लगातार बारिश और नरौरा व हरिद्वार से पानी छोड़े जाने से बैराज पर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यह चेतावनी बिंदु के पास पहुंच गयी है जो मात्र 10 सेमी ही दूर है। गंगा अब 113.390 मीटर तक पहुंच गई हैं।यही नही नगर के सभी गंगा घाटों के समीप निचले हिस्सों में रह रहे लोगों को वहां से हटकर ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने की हिदायत जिला प्रशासन की ओर से दे दी गयी है। नगर में गंगा का जलस्तंर बढने से अटल घाट की सीढ़ियां तक डूब गई हैं।आसपास के जिलों में बारिश होने और अब गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1 मीटर ही नीचे है। इस वजह से शनिवार सुबह बैराज के सभी 30 गेट की ओपनिंग को भी बढ़ा दिया गया। वहीं अटल घाट की सीढ़ियां तक डूब गई हैं। सिंचाई विभाग का कहना है कि अभी ज्यादा तेजी से जलस्तर नहीं बढ़ रहा है। फिर भी सतर्कता बरती जा रही है। पिछले 24 घंटे में गंगा का जलस्तर करीब 28 सेमी बढ़ा है। शुक्रवार को दिन में बैराज के अपस्ट्रीम पर गंगा का जलस्तर समुद्र तल से 113.380 मीटर पर था। जबकि शाम 6 बजे तक ये 10 सेमी. और बढ़ गया था। नरौरा बैराज से 35,320 और हरिद्वार से 42,739 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा आसपास के इलाकों में हो रही बारिश और रामगंगा, काली नदियों जैसी कई अन्य नदियों से पानी आने के कारण बैराज में जलस्तर बढ़ गया। जलस्तर को देखते हुए गंगा किनारे के घाटों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सिंचाई विभाग और प्रशासन के अफसर लगातार नजर रखे हुए हैं। गंगा के घाटों पर बसे लोगों से लगातार संपर्क रहने के लिए कहा जा रहा है। बाढ़ चौकियों पर तैनात गोताखोर व सुरक्षाकर्मी लोगों को गंगा की तरफ जाने से रोक रहे हैं। बैराज पर बोटिंग पहले ही बंद करा दी गई थी।सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कानपुर बैराज से इस सीजन का सबसे अधिक डिस्चार्ज छोड़ा जा रहा है। कानपुर से 1,83,655 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। सभी 30 गेट की ओपनिंग भी बढ़ा दी गई है, ताकि पानी को नियंत्रित किया जा सके।