कानपुर। सरकार को घेरने के लिए विपक्ष को एक बार फिन नया मुद्दा मिल गया और इस मुद्दे में पिछली कई घटनाएं जुड़ गई हैं। यूजीसी नेट परीक्षा 2024 में 18 जून को आयोजित की गयी थी लेकिन परीक्षा के दो दिन बाद ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय की संयुक्त वार्ता में इस परीक्षा को रद्द किए जाने के फैसले पर मुहर लगी जिसके बाद से ही इस परीक्षा में शामिल हुए लाखों छात्रों का जोरदार प्रदर्शन कर दिखाया। कानपुर में कांग्रेस ने जोरदार तरीके से सड़क पर उतर कर सरकार और एनटीए के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया।, शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और 2024 लोकसभा चुनाव में गठबंधन का चेहरा रहे आलोक मिश्रा, पूर्व विधायक संजीव दरियाबादी, पूर्व विधान सभा प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर सहित कई बड़े कांग्रेसी नेता सड़क पर उतर कर परीक्षा रद्द के मामले में सरकार विरोधी नारे लगाते दिखायी दिए। परीक्षा निरस्त होने वाले मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेसियों ने सरकार को घेरने की कोशिश की।इस दौरान सामूहिक रूप से सबने कहा कि इस तरह के मामले छात्रों के भविष्य को अधर में डाल रहे हैं और इस तरह के धांधली अगर बंद नही हुई तो सरकार कें खिलाफ ऐसे प्रदर्शन होते रहेंगे और लोगों का सरकार से बचा हुआ थोड़ा बहुत विश्वास भी उठ ही जाएगा।

फ़ोटो। एबीवीपी ने एनटीए का पुतला फूंक जताया विरोध