कानपुर। नगर के कल्याणपुर इलाके में अवैध रूप से रहने वाली दो बांग्लादेशी महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद से आईबी और एटीएस समेत अन्य जांच एजेंसियों ने पड़ताल शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि प्रदेश में इनका नेटवर्क कहां-कहां पर जुडा है इसके लिए पुलिस जेल में बांग्लादेशी महिलाओं से दोबारा पूछताछ कर राज उगलवाने का काम करेगी। जिससे कि कानपुर से लेकर लखनऊ और इंदौर समेत अन्य कनेक्शन उनके सामने आ सके। क्योंकि बांग्लादेशी अखी उर्फ मधु सिंह का आधार और पैन समेत अन्य दस्तावेज इंदौर के पते पर बने हैं। गौरतलब है कि रविवार को कल्याणपुर पुलिस ने बांग्लादेशी महिला नजमा उर्फ पूजा को गिरफ्तार किया था। नजमा से पूछताछ के बाद बुधवार को अखी मुंशी उर्फ मधु सिंह को पुलिस ने धर-दबोचा। दो बांग्लादेशियों के अरेस्ट होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गईं। आईबी, एटीएस और मिलिट्री इंटेलीजेंस समेत अन्य अफसरों ने कई घंटे पूछताछ करके इनपुट जुटाया है। अब पुलिस भी जल्द ही दोबारा जेल में दोनों से पूछताछ करके बांग्लादेशियों के नेटवर्क का भंड़ाफोड़ करेगी। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि बांग्लादेशी भारत में चोरी-छिपे प्रवेश करने के बाद सबसे पहले अपना नाम बदलते हैं। इससे कि उनकी पहचान नहीं हो सके। इसके चलते नजमा पूजा बन गई और अखी मुंशी ने अपना नाम बदलकर मधु सिंह रख लिया था। अब तक की जांच में पता चला है कि अखी मुंशी 20 साल पहले भारत आ गई थी। वह और नजमा एक ही मोहल्ले की हैं। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि इसके सत्यापन के लिए यूआईएआई और पैनकार्ड के लिए आयकर विभाग के साथ पत्राचार कर इनका सत्यापन कराया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक 2019 से 2024 के बीच एटीएस ने सबसे ज्यादा बांग्लादेशी और रोहिंग्या सहारनपुर और अलीगढ़ से पकड़े हैं। कुछ को मेरठ से भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब दो महिलाओं की गिरफ्तारी संग एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई है।