—- शहर के जोडने वाले 5 चौराहों से चढ-उतर सकेंगे वाहन
कानपुर। शहर के वाहन चालकों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पीडब्लू डी, एनएचआई और सेतुनिगम संयुक्त रूप से एक प्रोजेक्ट के तहत एलिवेटेड रोड का निर्माण करने की तैयारी कर रहें हैं। इसके लिए हैदराबाद की एक कम्पनी को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। नगर के अंदर से गुजर रही जीटी रोड को एलिवेटेड बनाने की योजना अंतिम चरणों में है। गोल चौराहा से रामादेवी चौराहा तक 10.85 किमी. में पूरी रोड को एलिवेटेड बनाया जाएगा। इसमें चढ़ने और उतरने के लिए 5 चौराहे भी चिन्हित किए गए हैं। इसके बनने के बाद शहर के अंदर मौजूद 18 रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से लोग मुक्ति पा सकेंगे। गोल चौराहे से जीटी रोड के ऊपर से गुजरते हुए एलिवेटेड रोड आएगी और जरीबचौकी चौकी चौराहे पर अंडरपास से गुजरते हुए टाटमिल, रामादेवी पर दोबारा फिर ऊपर गुजर जाएगी। सेतु निगम और एनएच पीडब्लू डी इस प्रोजेक्ट में साथ काम करने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे कम लागत में जरीबचौकी अंडरपास व एलिवेटेड रोड तैयार हो सके। अनवरगंज से मंधना तक शहर के बीचोंबीच से निकली 18 रेलवे क्रॉसिंग के कारण शहरवासियों को जीटी रोड पर भारी जाम की समस्या दूर करने के लिए रामादेवी से गोल चौराहे तक 10.85 किमी लंबे एलिवेटेड रोड निर्माण की योजना तैयार की गई है। जिसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए एनएच पीडब्ल्यूडी ने हैदराबाद की हेक्सा कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी है। एनएच पीडब्ल्यूडी हर प्रमुख चौराहे पर सर्विस लेन देगा, जिससे लोग एलिवेटेड रोड पर चढ़-उतर सकेंगे। मंडलायुक्त को प्रेषित की गई रिपोर्ट के मुताबिक जीटी रोड के प्रमुख चौराहे, टाटमिल, अफीमकोठी, जरीबचौकी, गुमटी, गोल चौराहा में सर्विस लेन की व्यवस्था की जाएगी। एलिवेटेड काम को सुव्यवस्थित तरीके से कराए जाने के लिए कंसल्टेंट टीम ने अब जीएडी यानि की (जनरल एरेंजमेंट ड्राइंग) सर्वे कराया जा रहा है। जिससे यह तय होगा कि काम एलिवेटेड रोड को धरातल में लाने के लिए किस तरह से काम किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक कुछ प्रमुख चौराहों पर व्यवधान की समस्या आ रही है। इसके साथ ही टाटमिल व सीओडी पुल एलिवेटेड रोड निर्माण में बाधा बन सकते है, हालांकि इससे निपटने के लिए एनएच पीडब्ल्यूडी पहले से ही तैयारी में जुटा हुआ है।