संवाददाता।
कानपुर। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने कानपुर में फिर छापेमारी की। डीआरआई टीम में लखनऊ के करीब 15 अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने नया गंज स्थित प्रसिद्ध सर्राफा कारोबारी संजीव अग्रवाल उर्फ संजू के परिसर पर कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम ने नया गंज स्थित अन्नपूर्णा भवन में छापेमारी को अंजाम दिया, जहां संजीव अग्रवाल सोने और चांदी के सर्राफा व्यापार में लगे हुए हैं। मौके पर अतिरिक्त अधिकारियों के पहुंचने से पहले अधिकारियों ने सराफा व्यापारी से करीब दो घंटे तक पूछताछ और छानबीन की। इसके बाद अधिकारी आगे की जांच के लिए संजीव अग्रवाल को अपने साथ ले गए। सोने और चांदी की तलाश देर रात तक जारी रही क्योंकि डीआरआई को उसके अवैध सर्राफा कारोबार में शामिल होने का संदेह था। यह छापेमारी सोने की एक बड़ी खेप से जुड़ी है, जो कोलकाता से भेजी जा रही थी। डीआरआई ने मीरजापुर के पास शिपमेंट को रोक लिया। जांच के दौरान डीआरआई को कुछ अन्य सराफा कारोबारियों के नाम भी पता चले। इस खुलासे के बाद डीआरआई की टीम ने नया गंज में छापेमारी की. कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं। संजीव अग्रवाल दुर्लभ वस्तुओं के समृद्ध व्यापार में शामिल हैं, और वह एक सफल रेस्तरां व्यवसाय भी चलाते हैं। आर्य नगर स्थित उनका रेस्तरां लजीज व्यंजन पेश करने के लिए मशहूर है। इसके अलावा, उनके रियल एस्टेट उद्यमों से जुड़े होने की अफवाह है, क्योंकि उन्होंने रियल एस्टेट बाजार में पर्याप्त निवेश किया है। डीआरआई के सूत्रों का कहना है कि उनकी जांच उन्हें अग्रवाल के रियल एस्टेट और व्यावसायिक कनेक्शन से संबंधित कई अन्य स्थानों तक ले गई है। अधिकारियों ने सिविल लाइंस में उनके सहयोगियों से जुड़े आवासों और प्रतिष्ठानों का भी दौरा किया। छापेमारी के परिणामस्वरूप उनके प्रतिष्ठान से लगभग दस कर्मचारियों को निष्कासित कर दिया गया। ऑपरेशन के दौरान डीआरआई ने विभिन्न दस्तावेजों और महत्वपूर्ण वस्तुओं की बारीकी से जांच की। चल रही जांच अग्रवाल के सराफा बाजार में लेनदेन से संबंधित प्रतीत होती है, जो आगे की जांच का विषय हो सकती है। नया गंज में संजीव अग्रवाल के प्रतिष्ठान पर छापेमारी एक महीने के भीतर कानपुर में सराफा व्यापारियों से जुड़ी दूसरी बड़ी कार्रवाई है। 22 जून को डीआरआई ने नया गंज के अलावा बिरहाना रोड और चौक में भी छापेमारी की।