संवाददाता।
कानपुर। नगर में सुबह एक बार फिर घने कोहरे के साथ हुई। शीतलहर और कोल्ड डे की चपेट में लगातार नगर बना हुआ है। शीतलहर की शुरुआत 11 जनवरी को हुई थी। तब से अब तक यह सिलसिला जारी है। इस बीच सात दिन ऐसे थे जब सीवियर कोल्ड-डे घोषित किया गया। पांच दिन बीतने के बाद जहां सोमवार को धूप निकली, लेकिन मंगलवार सुबह घने कोहरे और कड़ाके की ठंड ने लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया। सोमवार को दिन का पारा 5.2 डिग्री बढ़ा धूप खिलते ही अधिकतम तापमान 5.2 डिग्री बढ़ गया। पारा 12 से 17.2 डिग्री हो गया। न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि हुई। पारा 6.8 से बढ़कर 7.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। 13 जनवरी को अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस था। इसके बाद से पहली बार तापमान 17.2 डिग्री तक पहुंचा है। अधिकतम तापमान सामान्य से 2.8 डिग्री कम रहा लेकिन न्यूनतम पारा सामान्य से कम रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सोमवार सर्दी के अहसास के आधार पर कोल्ड डे घोषित किया। दक्षिण पूर्वी तेज हवाएं परेशानी का सबब बन गईं। हालांकि बाद में फिर उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने लगीं जो बेहद सर्द थीं। इससे गलन इतनी ज्यादा हो गई कि धूप के रहते हुए भी लोगों को अलाव, हीटर का उपयोग करना पड़ा। 26 जनवरी को फिर पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। अभी शीतलहर नहीं गई है, 26 जनवरी को फिर पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देगा। इसके बाद फिर सर्दी का सितम बढ़ सकता है। देर से आ रहे पश्चिमी विक्षोभों के कारण सर्दी का सितम जारी है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज के आदेश पर 23 जनवरी से प्री व कक्षा 01 से 08 तक के परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षणिक समय सुबह 10 से 03 बजे तक कर दिया गया है। बीएसए सुरजीत सिंह ने बताया कि समय परिवर्तन सभी बोर्डों के स्कूलों पर लागू होगा। इसका कड़ाई से पालन कराया जाएगा। सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञान विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि हवा की दिशा बदली है लेकिन राहत की कोई खास संभावना नहीं है। दिन का तापमान बढ़ेगा लेकिन गलन और सर्दी से राहत नहीं मिलेगी।