
संवाददाता।
कानपुर। नगर में 16 दिन पहले किशोरी की जहर देकर हत्या कर दी गई थी। इसका पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, लड़की की मां का किराएदार से अफेयर चल रहा था। लड़की ने मां और किराएदार का अश्लील वीडियो बना लिया था। अवैध संबंधों का खुलासा होने के डर से प्रेमी ने बेटी को जहर देकर मार डाला। वारदात के बाद फरार हो गया था। अंतिम संस्कार के बाद मां किराएदार के कमरे में गई, तो उसे आरोपी कमल मिश्रा के कुर्ते में सल्फास की गोलियां मिलीं। इसके बाद 19 फरवरी को उसने कमल मिश्रा सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाई। तब से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। पुलिस ने रविवार को आरोपी प्रेमी किराएदार को गिरफ्तार कर लिया। मामला काकादेव के विजय नगर का है। कमल मिश्रा ने बताया कि मेरा लड़की की मां से अफेयर चल रहा था। इस बारे में उसकी बेटी को पता चल गया था। उसने हम दोनों का वीडियो भी बना लिया था। इसके बाद मैंने उसे ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। 16 फरवरी को नाबालिग की तबीयत खराब हुई। उसे दवा का झांसा देकर पानी में सल्फास की गोलियां मिलाकर पिला दीं। इसके बाद नाबालिग की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे आनन-फानन में अस्पताल ले गए। जहां उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद मैं फरार हो गया। 16 फरवरी को किशोरी के अंतिम संस्कार के बाद सभी लोग घर पहुंचे थे। इस दौरान मां किराएदार के कमरे में गई, जहां उसके कुर्ते में सल्फास की गोलियां मिलीं। इसके बाद महिला को उस पर शक हो गया। उसने पुलिस से इसकी शिकायत की। मगर 2 दिनों तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद महिला पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंची और कार्रवाई न होने पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान वह बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके बाद अफसर अमिता सिंह ने उसे संभाला। इसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने अधिकारियों को फटकार लगाई। तब जाकर डीसीपी से लेकर थानेदार तक हरकत में आए और 19 फरवरी को कमल मिश्रा समेत 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस जांच में सामने आया कि कमल के मृतक किशोरी की मां से अवैध संबंध हो गए थे। 2 हफ्तों की तफ्तीश के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि लड़की की मां जे-ब्लॉक में रहती हैं। उनका अपने दो पड़ोसी परिवारों से मकान को लेकर विवाद चलता है। बेटी की मौत के बाद उन्हें शक हुआ था कि शायद पड़ोसियों ने ही बेटी की हत्या करवा दी है। इसलिए महिला ने कमल मिश्रा के साथ ही 6 पड़ोसियों का भी रिपोर्ट में नाम दिया था। लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि पड़ोसियों का हत्या से कोई लेना देना नहीं है।