आ स. संवाददाता
कानपुर। संभल के बाद कानपुर में मुस्लिम बहुल इलाके में बंद मंदिरों को खोलने की शुरुआत हुई है। शनिवार को मेयर प्रमिला पांडेय ने बेकनगंज पहुंचकर मंदिरों का जायजा लिया। उन्होंने राधा कृष्ण मंदिर का ताला तोड़कर बंद पड़ा दरवाजा खुलवाया।
कानपुर नगर निगम के सर्वे के मुताबिक, करीब 120 से ज्यादा मंदिर मुस्लिम क्षेत्रों में बंद पड़े हैं। इन्ही में से एक राम जानकी मंदिर का ताला खुलवाया गया । इसमें कानपुर हिंसा के आरोपी मुख्तार बाबा ने कब्जा कर रखा था और पीछे के हिस्से में बिरयानी बनवाता था, लेकिन ये शत्रु संपत्ति घोषित होने के बाद सील की जा चुकी है। मंदिर का काफी हिस्सा अभी बचा है।
भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में पहुंचीं मेयर ने अवैध कब्जा करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि मंदिरों को खाली करना पड़ेगा। बेकनगंज में राधा-कृष्ण मंदिर पर कब्जा कर शटर लगाया था। इसका ताला तोड़ा गया।मंदिर ऐसा मिला, जो टूटने की कगार पर पहुंच चुका है। मंदिरों में अंदर जाकर मेयर ने स्थिति देखी। मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। पहले यहां शिवलिंग होने के निशान अब भी मौजूद हैं।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बेकनगंज में मेयर ने 500 मीटर दायरे में मौजूद 5 मंदिरों का निरीक्षण किया। सबसे पहले मेयर रामजानकी मंदिर पहुंचीं। इसमें मुख्तार बाबा ने कब्जा कर रखा है और पीछे के हिस्से में बिरयानी बनवाता था, लेकिन ये शत्रु संपत्ति घोषित होने के बाद सील की जा चुकी है। हालांकि मंदिर का बड़ा हिस्सा अभी बचा है।
इसके बाद मेयर 20 मीटर दूरी पर मौजूद राधा-कृष्ण मंदिर पहुंची। ये मंदिर पूरी तरह गिर चुका है। इस पर किसी का भी कब्जा नहीं मिला। इसके बाद मेयर शंकर भगवान के मंदिर पहुंची। इस मंदिर में शिवलिंग के अवशेष थे, लेकिन शिवलिंग मौजूद नहीं था। मंदिर प्रांगण के पीछे के हिस्से में लोग रह रहे थे। इन लोगों को कब्जा खाली करने की चेतावनी दी गई।
शिव मंदिर के निरीक्षण के बाद मेयर 200 मीटर आगे बंद पड़े मंदिर पहुंची। ये राधा-कृष्ण का मंदिर है। इस पर शटर लगा दिया गया था। इसका ताला मेयर ने तोड़ने का प्रयास किया। इसमें कूड़ा भरा हुआ था, मेयर ने इसे खाली करने के निर्देश दिए। इसके बगल में मौजूद मंदिर पर कब्जे का प्रयास किया जा रहा था। जिसे मेयर ने खाली करने की चेतावनी दी।
मेयर ने कहा है कि सभी मंदिरों को खुलवाकर उनका जीर्णोद्धार कराया जाएगा। मंदिरों में रोज पूजा शुरू कराई जाएगी। मंदिरों को पूरी तरह कब्जामुक्त किया जाएगा। मंदिरों के अवशेष पूरी तरह सुरक्षित हैं। मंदिरों की मूर्तियां कहां गईं, इसकी जांच होगी।
मेयर के मंदिरों के निरीक्षण से पहले भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था । इस मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में मेयर के पहुंचने से पहले 7 थानों की पुलिस फोर्स और एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया था। बजरिया, ग्वालटोली, बेकनगंज, काकादेव, नजीराबाद, कर्नलगंज, चमनगंज थाने की फोर्स के साथ एक एडीसीपी, 3 एसीपी भी मौजूद रहे।