July 14, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव और बीसीसीआई के उपाध्यक्ष के साथ ही कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य की भाजपा के प्रति निष्ठा, भ्रष्टाचार और संवैधानिक उल्लंघनों पर संज्ञान लेने के लिए गोरखपुर के एक क्रिकेट समर्थक ने पार्टी के बडे नेताओं से उन्हे बाहर का रास्ता दिखाने की मांग जोरों से उठायी है। 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई बडे नेताओं को उनकी कारगुजारी से अवगत कराया गया है। शिकायतकर्ता ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं को बताया कि जिस पार्टी ने हमेशा अपने समर्पित कार्यकर्ताओं को सम्मान, पहचान और अवसर दिया है। इसी परंपरा के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी ने राजीव शुक्ला को भी एक साधारण पत्रकार से राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों से स्पष्ट हो रहा है कि वे अब अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं और स्वार्थों के लिए कांग्रेस के बजाय भारतीय जनता पार्टी के प्रति अधिक निष्ठावान हो चुके हैं। यह न केवल पार्टी के मूल सिद्धांतों के विपरीत है, बल्कि कांग्रेस की साख और अखंडता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। 

गोरखपुर के उपेन्द्र यादव ने सभी को भेजे गए शिकायती पत्र में दर्शाया है कि राजीव शुक्ला कांग्रेस के समर्थन और सहयोग से राजनीतिक ऊँचाइयाँ छूने के बावजूद, अब बीसीसीआई में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए भाजपा के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हो चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा को दरकिनार कर भाजपा नेताओं की कठपुतली बनने का कार्य किया है। यही नही वर्तमान में राजीव शुक्ला कांग्रेस विरोधी ताकतों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। वे अपने पद को बचाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के प्रति अधिक निष्ठावान हो गए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि उनकी प्राथमिक निष्ठा कांग्रेस के बजाय भाजपा के प्रति है। उत्तर प्रदेश में राजीव शुक्ला के नेतृत्व में खिलाड़ियों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। चयन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर रिश्वत ली जाती है और खिलाड़ियों से अनुचित लाभ लिया जाता है। भाजपा में उनके मजबूत संबंधों का दुरुपयोग करते हुए, वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया को धोखा देकर अपने स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं।  क्या कांग्रेस ऐसे व्यक्तियों को पार्टी में बनाए रखेगी जो भाजपा की कठपुतली बनकर काम कर रहे हैं? क्या ऐसे लोगों को पार्टी में स्थान दिया जाना चाहिए जो कांग्रेस की विचारधारा को तिलांजलि देकर भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं? राजीव शुक्ला को उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों के शोषण, भ्रष्टाचार और जन्मतिथि विवाद सहित सभी आरोपों पर तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। एक अन्य शिकायतकर्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष को यह भी बताया किगांधी परिवार से नक़दीकियों के चलते अपने को प्रियंका गांधी वाड्रा का केयर टेकर बताने वाले राजीव शुक्ला आम लोगों से बातचीत करते मे उनकी निजी बातों को लोगो के बीच में बेबी संबोधन करते हुए खूब मजाक उड़ाते आ रहे  हैं जो इनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है! यही नही शिकायत यह भी दर्ज करवायी गयी है कि कुछ वर्ष पहले मुंबई में रहनुमा भाटी एक मुस्लिम महिला ने राजीव शुक्ला के ऊपर अमानवीय कृत्य का आरोप लगाया था जिसको अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसकी एफआईआर तक दर्ज नहीं होने दी थी। शिकायतकर्ता ने यह मांग रखी है कि कांग्रेस नेतृत्व को यह सोचना चाहिए कि ऐसे व्यक्ति, जो भाजपा के प्रति अधिक निष्ठावान और कांग्रेस के प्रति उदासीन हों और संवैधानिक नियमों का उल्लंघन करते हों, पार्टी में नही रखा जाए तो बेहतर होगा। उन पर लगे आरोपों की जांच करवायी जाए और यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनको कांग्रेस से तुरंत निष्कासित किया जाए ताकि पार्टी के मूल्यों एवं सिद्धांतों की रक्षा हो सके। उन्होंंने पूर्व अध्यक्ष व विरोधी दल के नेता राहुल गांधी से मांग की है कि कांग्रेस की विचारधारा और संघर्ष को कमजोर करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। शिकायतकर्ताओं ने कांग्रेस नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा है कि उन्हे पूरा विश्वास है कि पार्टी इस विषय को गंभीरता से लेते हुए अवसरवादी  पर उचित निर्णय लेने का काम करेगी।