November 18, 2025

संवाददाता
कानपुर।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की सीनियर टीम के कोच को लेकर इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। टीम की लगातार गिरती परफॉर्मेंस और पिछले सीजन के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए संघ ने गंभीर मंथन शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार सीनियर टीम के कोच पद की दौड़ में पूर्व रणजी खिलाड़ी ज्ञानेंद्र पांडेय का नाम सबसे आगे है। वहीं असिस्टेंट कोच के तौर पर आमिर खान की दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है।
पिछले सीजन में भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर सुनील जोशी सीनियर टीम के कोच थे। हालांकि उनके कार्यकाल में यूपी टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और टीम रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल तक भी नहीं पहुंच सकी।
ऐसे में इस बार यूपीसीए किसी बाहरी कोच पर दांव लगाने के मूड में नहीं है। संघ का मानना है कि प्रदेश के खिलाड़ियों और उनकी मानसिकता को बेहतर तरीके से समझने वाला स्थानीय कोच ही टीम के लिए ज्यादा उपयोगी साबित हो सकता है।
पूर्व रणजी खिलाड़ी ज्ञानेंद्र पांडेय का कोचिंग करियर यूपी टीम के लिए काफी सफल रहा है। उनके मार्गदर्शन में टीम ने तीन बार रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है। इतना ही नहीं, जब वे पिछली बार कोच बने थे, तब यूपी टीम ने फाइनल तक पहुंचने में सफलता पाई थी। हालांकि, खिताबी मुकाबले में टीम को मुंबई के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
मुख्य कोच के साथ-साथ सहायक कोच के नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। अंदरूनी सूत्रों की मानें तो इस पद के लिए उत्तर प्रदेश के ही युवा और अनुभवी कोच आमिर खान सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। संघ का मानना है कि अनुभव और युवा दृष्टिकोण का संतुलन टीम को मजबूती प्रदान कर सकता है।
यूपीसीए की चयन समिति जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लेने वाली है। माना जा रहा है कि अक्टूबर के मध्य तक सीनियर टीम के मुख्य कोच और सहायक कोच दोनों नामों की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।
अगर ज्ञानेंद्र पांडेय को फिर से कोच नियुक्त किया जाता है, तो यह माना जा रहा है कि उनकी नेतृत्व शैली टीम में नया आत्मविश्वास और ऊर्जा भर सकती है। 

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि उनके अनुभव और रणनीतिक सोच से यूपी टीम को एक बार फिर विजेता की दौड़ में शामिल किया जा सकता है।