
संवाददाता
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन ने अपने तीसरे स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सेंटर ऑफ एकेडेमिक्स में एक भव्य स्टार्टअप मीट का आयोजन किया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ.शिल्पा डी कायस्था ने फाउंडेशन की तीन वर्षों की यात्रा, उपलब्धियों और विस्तार पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे फाउंडेशन ने शून्य से शुरुआत कर आज 50 सफल स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेट कर एक सशक्त इनोवेशन इकोसिस्टम का निर्माण किया है। यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कुलपति प्रो. विनय पाठक ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में भविष्य के लिए फाउंडेशन के विस्तृत विज़न को साझा किया और स्टार्टअप फाउंडर्स को नवाचार और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रसर रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. सुधीर के. अवस्थी, रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव, वित्त अधिकारी अशोक कुमार त्रिपाठी एवं निदेशक महाविद्यालय विकास परिषद प्रो. आर. के. द्विवेदी की उपस्थिति रही। कुलसचिव ने इनोवेशन फाउंडेशन की प्रभारी टीम द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रशंसा की, साथ ही यह आह्वान भी किया कि विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के मध्य नवाचार से संबंधित गतिविधियों का उत्तरोत्तर विस्तार किया जाए और आगामी वर्ष में न्यूनतम 50% की विकास दर का लक्ष्य प्राप्त किया जाए।
कार्यक्रम में एग्रीटेक, आयुष्य वर्धक उत्पाद, महिला सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तथा डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित कार्यक्रम संचालित कर रहे स्टार्टअप फाउंडर्स एवं प्रबन्धकगण उपस्थित रहे।
आज के कार्यक्रम में छत्रपति शाहूजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन ने समर कोर्सेज को लॉन्च किया एवं डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित एक पुस्तक का अनावरण भी किया गया।
छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन आने वाले वर्षों में और अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन प्रदान करने, नवाचार को बढ़ावा देने और छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे लाने के लिए संकल्पबद्ध है।
कार्यक्रम में मुख्य भूमिका अधिष्ठाता डॉ. शिल्पा कायस्था एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक मिश्रा, इनक्यूबेशन मैनेजर अनिल कुमार त्रिपाठी एवं शैलेंद्र कुमार यादव नवाचार अधिकारी जसवंत यादव एवं इनोवेशन की समस्त टीम के सदस्यों ने सहयोग प्रदान किया।