June 16, 2025

संवाददाता
कानपुर।
   विजिलेंस ने आय से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले में एक रिटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ विजिलेंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। अपने कार्यकाल में अंधाधुंध कमाई करने में रिटायर्ड इंस्पेक्टर फंस गए हैं। विजिलेंस विभाग के एडीशनल एसपी के मुताबिक सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर के बेटे ने ही उनकी शिकायत की थी। जिसपर खुली जांच कराई गई और इंस्पेक्टर के पूरे कार्यकाल की जांच होने के साथ शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। वहां से आदेश मिलने के बाद रिटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
विनीत खंड गोमती नगर लखनऊ निवासी इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह मूल रूप से ग्राम बुढन्सापुर कठार थाना मुगंरा बादशाहपुर जौनपुर के रहने वाले हैं। विजिलेंस विभाग के एडीशनल एसपी पुत्तूराम के मुताबिक इंस्पेक्टर सन 2016 में रिटायर हो चुके हैं।
एडीशनल एसपी के मुताबिक रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने इनकी शिकायत की थी जिसके बाद शासन के आदेश पर 25 फरवरी 2023 को रिटायर्ड इंस्पेक्टर की खुली जांच कराई गई थी। एडीशनल एसपी बताते हैं कि रिटायर्ड इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह के पूरे सर्विस काल की जांच कराने के बाद रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी गई थी।
एडीशनल एसपी विजिलेंस पुत्तू राम बताते हैं कि जांच के दौरान रिटायर्ड इंस्पेक्टर के इनकम टैक्स रिटर्न, सम्पत्तियों का ब्योरा और बैंक ट्रांजेक्शन आदि सबूत जुटाए गए। जिसमें पता चला कि उन्होंने अपने सर्विस काल में 1,68,47,924 रुपए कमाए थे। मगर इस पूरे कार्यकाल में उन्होंने 2,74,14, 817 रुपए खर्च किए। इस हिसाब से रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने 1,05,66,893 रुपए अधिक खर्च किए। एडीशनल एसपी के मुताबिक जब रिटायर्ड इंस्पेक्टर से इस मामले में जवाब मांगा गया तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।
एडीशनल एसपी पुत्तूराम ने बताया कि रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी गई थी। वहां से आदेश मिलने के बाद विजिलेंस थाने में रिटायर इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में एफआईआर दर्ज कराई गई है। मामले में आगे विवेचना करके कार्रवाई की जाएगी।