कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह अपना कभी सरनेम बदलने और तो कभी अपने नाम के आगे कोई न कोई टाईटिल लगाने का तमगा हासिल कर चुके है। यूपीसीए के एक पूर्व अधिकारी के मुताबिक युद्धवीर साल 2013 तक वह एक और पूर्व सचिव स्व.ज्योति बाजपेयी के सम्पर्क में रहे और उनके खास लोगों में शामिल भी रहे। उन्होंने बताया कि वह उस समय तक क्रिकेट संघ में त्यागी नाम से जाने जाते रहें है। बीते 2013 से वह पूर्व सचिव राजीव शुक्ला के निकटतम और उनके कारखास रहे युद्धवीर अपने नाम के सरनेम को सिंह के नाम से सम्बोधित करते आ रहे थे अब इसी कडी में एक और टाईटिल उनके नाम के आगे जुड गया और वह चौधरी नाम से सम्बोधित करने का। वर्तमान सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमन्त्री व किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा किए जाने से आनन्दित मेरठ कॉलेज मेरठ के पूर्व प्राचार्य युद्धवीर सिंह ने एक कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें उन्होंने निमन्त्रण पत्र पर अपने नाम के टाईटिल पर चौधरी युद्धवीर सिंह प्रकाशित करवाया। क्रिकेट संघ से जुडे एक अधिकारी के मुताबिक कई यूपीसीए के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह के खिलाफ अदालत में लम्बित है जिनपर प्रभाव डालने के उददेश्य से यह खास कार्य सम्पादित करने का कार्य किया हो। मेरठ के समाचार पत्रों में यह खबर भी प्रमुखता से छापी गयी जिससे यह साफ तौर पर अंकित भी हो गया कि वह वह प्रभावशाली रुतबे को हासिल करने के लिए वह कुछ भी जतन कर सकते हैं।