September 17, 2024
ललित कला अक़ैडमी ने किया संगीत का आयोजन।

कानपुर। हाथों में मेंहदी सजाकर और सावन के गीत गाकर ज्योति महिला समिति की सदस्यों ने हरियाली तीज के महोत्स।व को मनाया। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, बेनाझाबर में बुधवार को “हरियाली तीज” उत्सव का आयोजन किया गया। समारोह की मुख्य अतिथि ज्योति महिला समिति की संस्थापिका प्रीति अवस्थी ने हरियाली तीज के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि अपने देश में अनेकानेक पर्व मनाए जाते हैं, उन सबका अपना-अपना विशिष्ट महत्व है। इसी कड़ी में श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है। इसे “मधुश्रवा तीज“ भी कहते हैं। यह वर्षा ऋतु के मध्य का समय होता है। सभी ओर हरियाली ही हरियाली दिखाई पड़ती है। लहलहाते खेत, झूमते हुए पेड़-पौधे, उफनाती हुई नदिया, तालाब, प्रकृति की सुन्दरता में चार चांद लगा देते हैं, जिन्हें देखकर मन हर्षित हो जाता है। यह आनन्द का पर्व है। इसका धर्म और स्वास्थ्य से भी सीधा सम्बन्ध है। उन्होंने कहा कि हरियाली तीज पर शंकर-पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है, यह सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए विशेष महत्व का है। हम प्रकृति के बीच में रहते है, प्रकृति का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। प्रकृति को देखकर मन प्रसन्न होता है। गीत-संगीत के भाव और मधुर ध्वनि परम आनन्द ही नहीं देती वरन मानसिक स्वास्थ्य को भी अच्छा बनाती है। उत्सव का गीत संगीत कला, चित्रकला, मेंहदी लगाने की कला, नृत्य कला से सीधा सम्बन्ध है। महिलाओं को किसी न किसी कला से अवश्य जुड़ना चाहिए, कलाएं व्यक्तित्व का विकास करती हैं।

कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाते नज़र आये लोग।

इस मौके पर विद्यालय की उपप्रधानाचार्या मंजू बाला श्रीवास्तव, रश्मि मिश्रा, आरती जोशी, ललित कला एकेडमी की प्रधानाचार्या कविता सिंह, श्वेता, अभिव्यंजना, सलमा, स्नेहा, कुशाग्र, पिहू पांडेय, अनुष्का पाल आदि ने मधुर गीतों की प्रस्तुति दी। कक्षा अष्टम की छात्राओं ने नृत्य, विद्यालय की आचार्या अन्तिमा ने एकल गीत एवं समस्त आचार्या बहनों ने लोकगीत प्रस्तुत किया। छात्राओं ने झूला झूलकर आनन्द लिया तथा मेंहदी लगाने का कार्यक्रम भी किया गया।