संवाददाता।
कानपुर। नगर मे कुत्ते को डंडे से पीट-पीट कर हत्या करने, फिर गले में रस्सी बांधकर स्कूटी से खींचने का वीडियो सामने आया है। यह सब आम जनता के बीच किसी पर नहीं बल्कि सेना की जवानों पर आरोप है। विष्णुपुरी कॉलोनी नवाबगंज में रहने वाले बेजुबान फाउंडेशन के संचालक विवेक तिवारी ने गुरुवार को एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर से शिकायत की। उनका आरोप है कि कैंट की गोल्फ कोर्स कॉलोनी आर्मी के S 8-9 जवानों ने एक कुत्तों को मिलकर डंडों से पीटकर मरणासन्न कर दिया। सैन्य कर्मियों की क्रूरता यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद कुत्ते के गले में रस्सी बांधकर उसे स्कूटी से खींचते हुए जंगल की तरफ ले गए और उसका शव फेंक दिया। इतना ही नहीं संस्था के संचालक ने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि सेना के जवान कैंट में घूमने वाले कुत्तों के पिल्लों और कुत्तों को गाेली से मारकर हत्या कर दे रहे हैं। इसके बाद कुत्ते के शवों को बोरी में भरकर जंगल में या फिर कचरे में फेंक दिया जाता है। सैन्य कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इसके साथ ही वीडियो भी पुलिस को सौंपा है। इसमें सैन्य कर्मी कुत्ते को डंडे से पीटकर मारते हुए और फिर उसके गले में रस्सी बांधकर निर्दयता पूर्वक खींचकर ले जाते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। कानपुर पुलिस ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए मामले में जांच शुरू कर दी है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि मामले की जानकारी सैन्य अफसरों को दी गई है। इसके साथ ही कुत्ते को डंडे से पीटकर मारने वाले सैन्य कर्मियों की पहचान भी मांगी गई है। जिससे कि दोषी सैन्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। बेजुबान कुत्ते को आठ-दस सेना के जवानों ने डंडे से पीट-पीट कर मार डाला। किसी का भी दिल नहीं पसीजा। इस दौरान वहां पर खेल रही एक छोटी से बच्ची ने बरबस ही सेना के जवानों से पूछ लिया कि इस डॉग को क्यों मार डाला…? सेना के जवानों के पास इसका कोई जवाब नहीं था। इसके बाद कुत्ते के गले में रस्सी बांधकर उसे स्कूटी से खींचते हुए जंगल में फेंक दिया। सैन्य कर्मियों के कुत्ते को पीटकर मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी पुलिस हरकत में नहीं आई और मामले में टालमटोल करती रही। जबकि वीडियो में साफ-साफ सैन्य कर्मी डंडे से पीटकर कुत्ते की हत्या करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मामले में पुलिस ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर की मानें तो कैंट पुलिस ने मामले में जांच भी शुरू कर दी है।