संवाददाता।
कानपुर। नगर मे 100 रुपए के लिए सब्जी विक्रेता को इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में सख्त एक्शन लेने की बजाए मारपीट की धाराओं में एफ़आईआर दर्ज की थी । मौत के बाद फजलगंज थाने की पुलिस हरकत में आई। हत्या की रिपोर्ट दर्ज करके आरोपियों की तलाश में जुटी । गुमटी के बंबा रोड सब्जी मंडी में रहने वाले संजय बाथम (50 वर्ष) सब्जी विक्रेता थे। संजय के भाई सोनू ने बताया-संजय और सब्जी विक्रेता गोलू का 100 रुपए को लेकर विवाद हो गया था। 25 मई को गोलू ने अपने भाई सुधीर, बेटू और पिता लल्ला के साथ लाठी-डंडा और चापड़ से हमला कर दिया था। बीच-बचाव करने पहुंचे सोनू को बेरहमी से पीटा और हाथ तोड़ दिया था। हमले में संजय के सिर पर गंभीर चोट आने से उन्हें हैलट में एडमिट कराया था। हालत गंभीर होने के चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया था। हैलट में इलाज बेहतर नहीं मिलने के चलते परिवार के लोगों ने एक निजी अस्पताल में रेफर करा लिया था। इसके बाद इलाज के दौरान 30 मई की रात को संजय बाथम की मौत हो गई। मौत होने पर फजलगंज थाना प्रभारी सुनील सिंह हरकत में आए। आनन-फानन में केस में धाराएं बढ़ाने के साथ ही आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी। भाई सोनू ने बताया-जानलेवा हमला करने के बाद उन्होंने फजलगंज थाने में तहरीर दी थी। पुलिस हत्या के प्रयास के मामले में सिर्फ शांतिभंग की कार्रवाई करना चाह रही थी। परिवार के लोगों ने हंगामा किया तब जाकर सिर्फ मारपीट जैसी मामूली धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई । लेकिन, हत्या के प्रयास या फिर हाथ तोड़ने की धारा केस में नहीं बढ़ाई गई । मौत के बाद पुलिस हरकत में आई। मृतक के भाई ने बताया कि पूरे मामले में फजलगंज थाना प्रभारी ने घोर लापरवाही की है। थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जबकि जानलेवा हमले का सीसीटीवी फुटेज भी था। इसके बाद भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।