कानपुर। नगर की सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने और नगर आयुक्त का फोन न उठाना विभाग के स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए बडी मुसीबत खडी कर गया है। शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर निरीक्षण पर निकले नगर आयुक्त दोनों स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से बरती गयी लापरवाही से नाराज रहे। फोन न उठने से क्षुब्ध नगर आयुक्त ने दोनों अधिकारियों द्वारा सफाई पर्यवेक्षण कार्य में शिथिलता बरतने पर उनके एक महीने के वेतन को अग्रिम आदेशों तक रोकने के निर्देश जारी कर दिए। नगर आयुक्त सुधीर कुमार शहर
की सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण करने निकले थे। मोतीझील से निकले नगर आयुक्त ने दक्षिण क्षेत्र व पनकी समेत कई क्षेत्रों में सफाई का जायजा लिया।निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से वार्ता करने के लिये डॉ. अमित सिंह को फोन किया तो उन्होंने नहीं उठाया। इसी प्रकार नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर का मोबाइल बन्द पाया गया।निरीक्षण के दौरान शताब्दी नगर पॉवर हाउस मार्ग पर पेड़ गिरा हुआ पाया गया। जिसे उद्यान अधीक्षक को हटाने को कहा। नगर आयुक्त पनकी में वार्ड-50 मान्यवर कांशीराम आवास का निरीक्षण किया। कांशीराम आवासीय क्षेत्र में भी सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। यहां 5 दिन से सफाई अभियान चलाया जा रहा है।पनकी में नगर आयुक्त ने क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति भी चेक की। उन्होंने सड़क पर कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने अतिक्रमण, कूड़ा और बेसहारा पशुओं पर नियंत्रण लगाने के भी निर्देश दिये।उन्होंने वार्ड-57 में घर-घर कूड़ा संग्रहण की जानकारी की। मौके पर उपस्थित सुपरवाइजर ने बताया कि सुबह 6.30 से ही घर-घर से कूड़ा संग्रहण का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाता है।नगर आयुक्त ने कहा कि घर-घर कूड़ा संग्रहण में जो कर्मचारी हैं, वह वर्दी में रहेंगे। जिन घरों द्वारा कूड़ा नहीं दिया जा रहा है, उसकी सूची बनाकर जोनल स्वच्छता अधिकारी एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी को दें।