July 27, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में लोकसभा चुनाव-2019 में कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज में सबसे कम मतदान के बाद इस बार चुनाव आयोग ने यहां वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए खुद कमान संभाली है। दिल्ली में कानपुर और लखनऊ के नगर आयुक्त को बुलाकर विशेष रणनीति पर चर्चा की। मुख्य अतिथि मुख्य चुनाव आयुक्त ने कार्यशाला में कानपुर में वोटिंग प्रतिशत किस तरह बढ़ाया जाये इस पर चर्चा की। जिसके बाद नगर निगम अपने संसाधनों से मतदान की अपील जन-जन तक पहुंचाएगा। डोर-टू-डोर जाने वाली कूड़ा गाड़ियों से वोट करने की अपील की जाएगी। हाउस टैक्स के बिल के पीछे वोट करने की अपील का संदेश भी लिखा जाएगा। प्रिंट के साथ ही नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स पेयर्स को मैसेज के जरिए भी मतदान करने का संदेश भेजा जाएगा। प्रदेश में वर्ष-2019 लोकसभा चुनाव में कानपुर में 52 फीसदी, लखनऊ में 55 फीसदी और प्रयागराज में 51 फीसदी ही मतदान हुआ था। इसको देखते हुए चुनाव आयोग ने लो टर्न आउट वाले जिलों में प्रदेश के इन तीन शहरों को शामिल किया। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने बताया कि नगर निगम में जितने भी करदाता के मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड हैं, उन सभी मोबाइल नम्बर पर SMS के माध्यम अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए वोट करने की अपील की जाएगी| शहर में लगे विज्ञापन बोर्ड में वोट करने की अपील का प्रकाशन कराया जाएगा। विभिन्न चौराहों पर जितने भी मैसेज साइन बोर्ड हैं, उनमें भी मतदान करने की अपील की जाएगी। नगर निगम के सभी कर्मचारी भी अपने घरों के आसपास गोष्ठियों का आयोजन करते हुए नागरिकों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए अपील करेंगे। डूडा के स्वयं सहायता समूह के कर्मचारी भी घर-घर जाकर नागरिकों को मतदान करने की अपील करेंगे। कानपुर में जितने भी एनजीओ हैं, उनके कार्यकर्ताओं को घर-घर भेजकर सभी को जागरूक करने का कार्य सौंपा जाएगा। नगर निगम जगह-जगह नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से मलिन बस्तियों में जागरूकता अभियान भी चलाएगा।

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