कानपुर। नगर की बहुमंजिली इमारतों से कर वसूली में लापरवाही करने वाले दो कर्मचारियों पर निलम्बन की कार्यवाही कानपुर नगर निगम की ओर से कर दी गयी है। शहर की चार बहुमंजिली इमारतों के लगभग 1933 फ्लैटों के बदले केवल 955 घरों से ही कर वसूली करने वाले दोनों कर्मचारियों को निलम्बित किया गया है। कानपुर नगर निगम की ओर से जारी सूचना के मुताबिक नगर आयुक्त के पास बीते कई दिनों से कर वसूली में चोरी और लापरवाही की शिकायतें दर्ज करवायी गयी थी जिस पर अमल करते हुए उच्च अधिकारी ने जोन-6 के अन्तर्गत स्थित बहुमंजिला इमारतों रतन ऑर्बिट, डिविनिटी होन्स, कान्हा श्याम रेजीडेन्सी और गुलमोहर रेजीडेन्सी की परिसम्पत्तियों के कर निर्धारण और वसूली की मौके पर जॉच करवायी । जिसमें पाया गया कि रतन ऑर्बिट में 1220 फ्लैट, कान्हा श्याम रेजीडेन्सी में कुल 320 फ्लैट, डिविनिटी होम्स में कुल 273 फ्लैट, तथा गुलमोहर रेजीडेन्सी में 172 फ्लैट है ।
अपर नगर आयुक्त संतोष यादव की ओर से की गयी जाँच में पाया गया कि रतन ऑर्बिट में 1220 के बजाय 535 , डिविनिटी होम्स में 273 के बजाय 116, कान्हा श्याम रेजीडेन्सी में 320 के बजाए 181 एवं गुलमोहर रेजीडेन्सी में 172 के बजाए 123 फ्लैट से ही कर की वसूली की जा रही है। यह मामला संज्ञान में आते ही नगर आयुक्त ने क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक अवधेश वर्मा को कार्य में घोर लापरवाही बरतने एवं जानबूझकर परिसम्पत्तियों को कर वसूली के दायरे में दर्ज न कराने के आरोप तत्काल प्रभाव से निलम्बन हेतु प्रस्ताव शासन को संदर्भित कर दिया है। साथ ही कर अधीक्षक प्रीतम वर्मा के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये । नगर आयुक्त ने बताया कि इस प्रकार के कार्यों से नगर निगम के राजस्व की हानि हुई है, नगर निगम की ऐसी सभी सम्पत्तियों को कर के दायरे में लाया जायेगा तथा सम्बन्धित राजस्व निरीक्षक के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। नगर आयुक्त ने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि अपने-अपने जोन में सभी सम्पत्तियों को कर के दायरे में अवश्य लाये अन्यथा जाँच में पता चलने पर कार्यवाही की जायेगी ।