-सरकार से एनटीए की क्षमताओं को नियन्त्रित करने की सलाह
कानपुर। नीट व नेट परीक्षा में धांधली और उसपर छात्रों की सुनवाई न होने पर अब समाज के सभी अंग छात्रों के साथ उनकी लडायी में शामिल होकर सरकार को घेरने का काम कर रहें हैं। इसी कडी में शुक्रवार को शहर की समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी मुहिम में शामिल हो गये। पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में सपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट )की व्यवस्था तथा छात्रों की समस्याओं को जल्द ही हल कराने की मांग प्रदेश व केन्द्र सरकार से दोहरायी है। पार्टी के नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में उन्होंने कहा कि
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की कार्य क्षमता पर संदेह होने के कारण आज छात्रों की परीक्षा में परचा आउट तथा ग्रेस मार्क देकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसकी वजह से छात्राओं की अभिभावकों का कोचिंग पढ़ाने में जमा पूंजी खर्च हो रही हैं और एनटीए की वजह से परिवार बर्बाद होने की कगार पर पहुंचने वाले हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सन 2017 में स्वायत्त संस्था के रूप में एनटीए की स्थापना हुई इससे यह उम्मीद जगी थी कि यह एक बेहतर ढंग से परीक्षा प्रणाली को मूर्त रूप देकर छात्र छात्राओं का भविष्य उज्जवल की ओर आगे ले जाकर दुनिया में एक अच्छा संदेश देंगे। लेकिन 4 जून को परीक्षा परिणाम घोषित देखकर अनियमितता की मिसाल कायम करके छात्रों व उनके अभिभावकों को हिला कर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि नीट की परीक्षा में 24 लाख बच्चे बैठे थे और यूजीसी नेट में 9 लाख बच्चे परीक्षा में शामिल हुए जिसमें मेडिकल परीक्षा में सवा लाख के आसपास छात्र थे देश में 300 शहरों में परीक्षाये छात्रों ने दी भीषण गर्मी मे सड़क पर बिस्तर बिछाकर रात कट कर परीक्षा दी। बैठक में सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मत से कहा कि अगर सरकार नीट व नेट परीक्षा पर धांधली नही रोक सकती तो वह किसी अन्य संस्था से परीक्षा आयोजित करवाएं जिससे छात्रों का भविष्य बर्बाद होने से बच सके। बैठक में सर्वश्री प्रदेश सचिव के के शुक्ला, शैलेंद्र यादव मिंटू] संजय सिंह बंटी सेंगर,नंदलाल जायसवाल,हाजी अयूब आलम,अर्पित त्रिवेदी,राहुल वर्मा,दीपक खोटे,शादाब आलम,आनंद शुक्ला,महेंद्र सिंह बड़े ठाकुर,सत्यनारायण गहरवार,संजय निषाद,राजेंद्र जैसवाल,मोहम्मद सरिया,आकाश यादव,प्रदीप तिवारी,आसिफ कादरी,वरुण जायसवाल,मुमताज मंसूरी,जसवेंद्र प्रताप निषाद आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।