संवाददाता।
कानपुर। नगर मे चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर और हॉर्टिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट याल्टा (रूस) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ है। इस एमओयू के तहत यहां पर शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ शोध कार्य में भी गति मिलेगी। रसिया से आए वैज्ञानिकों ने कैंपस का भ्रमण कर विश्वविद्यालय की खूबसूरती देख उसकी तारीफ की। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह एवं बोटैनिकल गार्डन परिषद रसिया के अध्यक्ष डॉ. यूरी प्लूगतर द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। कुलपति ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय कानपुर सदैव कृषि अनुसंधान, शिक्षण एवं प्रसार गतिविधियों में सबसे आगे रहा है। डॉ. सिंह ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय और हॉर्टिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट याल्टा के बीच सहयोग का उद्देश्य अकादमिक तथा शोध विषयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों को पारंगत करना है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में शिक्षक रूस स्थिति उद्यान संस्थान की शिक्षण एवं शोध गतिविधियों को सीखेंगे तथा रूस के वैज्ञानिक कृषि विश्वविद्यालय कानपुर आकर शिक्षण एवं शोध गतिविधियों को सीखेंगे। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में एमएससी एवं पी एचडी के छात्र एवं छात्राएं रूस स्थित इंस्टीट्यूट जाकर वहां शिक्षण, शोध और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभा कर सकेंगे। रूस के विद्यार्थी कृषि विश्वविद्यालय कानपुर आकर विश्वविद्यालय में शिक्षण, शोध तथा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस एमओयू के बाद निश्चित तौर पर शिक्षण और शोध गतिविधियों में गतिशीलता गुणवत्ता आएगी। इस अवसर पर रूस के उपनिदेशक वैश्विक सांस्थानिक गतिविधियां उच्च शिक्षा एवं वैश्विक मंत्रालय रसिया के डॉ. सर्गी खोखलोव तथा कृषि काउंसलर एंबेसी ऑफ रशियन फेडरेशन इन रिपब्लिक ऑफ इंडिया के डॉ. कांस्टेंटिन ए मालासेन कोव तथा कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. सीएल मौर्य उपस्थित रहे।