November 21, 2024

कानपुर। सिविल लाइंस जमीन कब्जाकांड में पुलिस कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व महामन्त्री व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित पर अब शराब के कारोबारी ने रंगदारी का मुकदमा दर्ज करवाया है। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ सोमवार को दर्ज एफआईआर में 25 हजार रुपए के रंगदारी का मामला दिखाया गया है। वही दूसरी ओर पुलिस ने पूर्व अध्यक्ष को रिमांड पर लेने के साथ उनके कई साथियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट की अर्जी के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल कर दिया है। पूर्व अध्यक्ष और उनके गैंग के खिलाफ लगातार शिकायत मिलने और एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार के अनुसार हरदेव नगर कर्रही में शराब का ठेका चलाने वाले जरौली निवासी दीपू द्विवेदी ने बर्रा थाने में पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ ढाई महीने पहले उनसे 25 हजार रुपए की रंगदारी वसूलने की शिकायत की थी। इसके बाद अपने गुर्गों से वह हर महीने 10 हजार रुपए की डिमांड भेजते थे। बर्रा थाने में उनके साथ ही उनके चार गुर्गों के खिलाफ रंगदारी मांगने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गयी है। दूसरी तरफ जमीन कब्जाकांड में सोमवार को पुलिस कोर्ट में मुख्य मुकदमों में फरार आरोपियों का एनबीडब्ल्यू (नॉन बेलेबल वारंट) कोर्ट से लेने के  लिए प्रार्थना पत्र सौंप दिया। डीवीआर और दूसरे डॉक्यूमेंटल इविडेंस को मजबूत करने के लिए अवनीश दीक्षित का पीसीआर( पुलिस कस्टडी रिमांड) के लिए एप्लाई भी कर दिया। इसके साथ ही फरार आरोपियों पर इनाम घोषित करने की भी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अवनीश के नाम पावर ऑफ अटार्नी करने वाले हरेंद्र मसीह समेत अन्य 11 आरोपियों के खिलाफ इनाम भी घोषित होगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नजूल की जमीन पर कब्जे के मामले में दर्ज सभी एफआईआर में जो लोग आरोपी हैं, उनकी फैमिली ट्री बनाने के आदेश दिए गए हैं। फैमिली में कौन व्यक्ति क्या करता है? किसके नाम कितनी संपत्ति है, बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल समेत अन्य जानकारी ली जाएगी। पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश और अवनीश के साथ कारोबारी संबंध रखने वाले पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस की टीमें अवनीश के पैतृक आवास में भी उनकी संपत्ति की जानकारी जुटा रही हैं। पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष के खिलाफ किदवई नगर थाने में 420, 406 का केस कई साल पहले दर्ज किया गया था, जिसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। इस मामले में कुछ दिन पहले पीडि़ता ने शिकायत की थी कि पुलिस ने दबाव में फाइनल रिपोर्ट लगाई थी। इस मामले की जांच एसीपी बाबूपुरवा को सौंपी गई थी। पीडि़ता ने इस मामले में 164 के बयान भी दर्ज कराए थे। डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि एसीपी बाबूपुरवा ने अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है। रिपोर्ट के आधार पर मामले को 173 (8) के अंतर्गत रि-ओपन किया जाएगा। पुलिस को पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष के खिलाफ आधा दर्जन शिकायतें मिली हैं। इन सभी मामलों की जांच की जा रही है।