कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक एवं निदेशक आईआईटी प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने एमओयू पर किए हस्ताक्षर।
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन (सीएसजेएमआईएफ) ने आईआईटी कानपुर के सी3आईहब के साथ समझौता ज्ञापन (एओयू) पर हस्ताक्षर करके साइबर सिक्योरिटी वोकेशनल प्रोग्राम शुरू किया। इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थानों के परस्पर सहयोग से लाखों छात्रों को लाभ मिलेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक एवं निदेशक आईआईटी प्रो. मणींद्र अग्रवाल की मौजूदगी में एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आईआईटी कानपुर में गुरुवार को हुए कार्यक्रम में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर और आदान-प्रदान समारोह में आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल और सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक सहित 20 संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्यों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। सी3आईहब की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) और अंतरिम सीईओ डॉ. तनिमा हाजरा के साथ सीएसजेएमयू के रजिस्ट्रार अनिल कुमार यादव और सीएसजेएमआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक मिश्रा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। छह महीने के इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को साइबर सुरक्षा के लगातार बढ़ते क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से परिपूर्ण करना है। इस पाठ्यक्रम में सिस्टम सुरक्षा, मैलवेयर विश्लेषण, नेटवर्क सुरक्षा, क्रिप्टोग्राफी और आईओटी सुरक्षा शामिल है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन पाठ्यक्रम है जो छात्रों को मौलिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव दोनों प्रदान करता है। प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग साइबर रेंज के माध्यम से प्रत्येक छात्र के डेस्क पर अनुकूलित प्रयोगशालाएं उपलब्ध होगी। यह छात्रों को व्यावहारिक अनुभव और उद्योग-प्रासंगिक ज्ञान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो उन्हें साइबर सुरक्षा डोमेन में सफल करियर के लिए तैयार करता है। सी3आईहब पाठ्यक्रम के लिए वर्चुअल लैब, छात्रों के लिए तकनीकी सहायता डेस्क सपोर्ट, पाठ्यक्रम में भागीदारी/पूर्णता का प्रमाणन और सभी छात्रों के लिए अंतिम मूल्यांकन परिणाम प्रदान करेगा। जबकि सीएसजेएमयू कार्यक्रम के सुचारू निष्पादन को सुविधाजनक बनाने के लिए जिम्मेदार है और सीएसजेएमआईएफ कार्यक्रम को चलाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस पहल का लक्ष्य 50,000 छात्रों तक का नामांकन करना है, जो इसे भारत में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनाता है।
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन हमारे छात्रों को उद्योग-प्रासंगिक शिक्षा प्रदान करने के लिए सीएसजेएमयू की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साइबर सुरक्षा कार्यक्रम उन्हें इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए ज्ञान और विशेषज्ञता प्रदान करेगा। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मनिंद्र अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि यह साइबर सिक्योरिटी वोकेशनल प्रोग्राम छात्रों को साइबर सुरक्षा की व्यापक समझ विकसित करने में मदद करेगा, उनके ज्ञान को साइबर सुरक्षा के उन्नत स्तर तक विस्तारित करेगा, जो उन्हें भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करेगा।