September 8, 2024

कानपुर आईआईटी और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ हुआ समझौता ।

कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने अनुसंधान, विकास और परामर्श अध्ययनों में सहयोग बढ़ाने के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य इस्पात उद्योग के भीतर प्रमुख तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने में उनके संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाना है। इस प्रकार कानपुर आईआईटी देश में इस्पात क्षेत्र की चुनौतियों को नवाचार के जरिये समाधान करेगा।

इस समझौता ज्ञापन पर आईआईटी कानपुर के रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट के डीन प्रोफेसर तरुण गुप्ता और सेल के आयरन एण्ड स्टील रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर (RDCIS) के कार्यकारी निदेशक संदीप कुमार कर ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा, आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल, सेल के अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश, आईआईटी कानपुर के उप निदेशक प्रोफेसर ब्रज भूषण, आईआईटी कानपुर के शैक्षणिक मामलों के डीन प्रोफेसर शलभ, आईआईटी कानपुर के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रमुख प्रोफेसर कांतेश बालानी और आईआईटी कानपुर के केमिकल इंजीनियरिंग के प्रमुख प्रोफेसर जयंत के सिंह भी उपस्थित थे। आईआईटी के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि हम इस्पात मंत्रालय के सहयोग से एक सेक्शन आठ कंपनी के गठन के माध्यम से इस्पात उद्योग में तकनीकी नवाचार के लिए अनुसंधान एवं विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने का भी प्रस्ताव रखते हैं। यह मॉडलिंग और सिमुलेशन सहित डिजिटल प्रौद्योगिकियों में हमारी अंतर्निहित शक्तियों का लाभ उठाएगा, ताकि इस्पात क्षेत्र में देश के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान प्रदान किया जा सके।

इस्पात मंत्रालय के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने कहा कि आईआईटी कानपुर और सेल ने स्टील डीकार्बोनाइजेशन, डीआरआई उत्पादन में हाइड्रोजन का उपयोग, अपशिष्ट उपयोग, लीन अयस्क के खनिज लाभकारीकरण और थोक सामग्री की आवाजाही आदि से संबंधित तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक सहयोगात्मक प्रयास किया है। यह समझौता ज्ञापन इस्पात उद्योग की भविष्य की जनशक्ति आवश्यकताओं को हल करने की दिशा में एक कदम भी दर्शाता है।

सेल के अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने कहा कि आईआईटी कानपुर में इनक्यूबेट किए गए स्टार्ट-अप द्वारा विकसित उत्पादों के लिए सेल पहला ग्राहक होगा। आईआईटी कानपुर के रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट के डीन प्रोफेसर तरुण गुप्ता ने कहा कि आईआईटी कानपुर इन तकनीकी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं और विशेषज्ञों की एक विविध टीम से सुसज्जित है। यह साझेदारी सहयोगात्मक अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से इस्पात उद्योग प्रौद्योगिकियों में महत्वपूर्ण प्रगति के लिए मंच तैयार करेगी

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