संवाददाता।
कानपुर। नगर में पुलिस कमिश्नर दफ्तार का घेराव और पार्षदों के हंगामे के चंद घंटे बाद ही नजीराबाद पुलिस ने भाजपा पार्षद पवन गुप्ता पर हमला करने के मुख्य आरोपी अंशू ठाकुर को अरेस्ट कर लिया। जबकि अन्य तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है। पार्षद का आरोप था कि नजीराबाद पुलिस मुख्य आरोपी को अरेस्ट नहीं कर रही है। इसके साथ ही पुलिस ने धाराओं में खेल कर दिया है। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने सख्ती से कार्रवाई का आदेश दिया था। नजीराबाद थाना क्षेत्र में रहने वाले भाजपा पार्षद पवन गुप्ता पर 29 मार्च की रात को रंजिश में इलाके के अंशू ठाकुर ने अपने गुंडों के साथ हमला कर दिया था। पार्षद अपने नजदीकी प्रॉपर्टी डीलर अजय यादव के दफ्तर में बैठे थे। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। पार्षद ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। पार्षद पवन गुप्ता की तहरीर पर नजीराबाद पुलिस ने अंशू ठाकुर समेत नौ लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट, बलवा समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। पार्षद पवन गुप्ता भाजपा नेताओं और 15-20 पार्षदों के साथ पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के पास पहुंचे। आरोप लगाया कि नजीराबाद एसओ कौशलेंद्र प्रताप ने धाराओं में खेल कर दिया है। हत्या के प्रयास की धारा-307 को हटा दिया है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी को अरेस्ट नहीं कर सकी है। इसके चंद घंटे बाद ही देर शाम नजीराबाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अंशू ठाकुर को फैजाबाद से अरेस्ट कर लिया। शनिवार को कानपुर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। जबकि अन्य तीन आरोपियों आयुष कुमार, सुमित गौतम और एक नाबालिग को अरेस्ट किया था।