—–राजीव शुक्ला और अध्यक्ष के प्रतिनिधि उत्तम केसरवानी एक साथ आए मंच में
कानपुर। उत्तर प्रदेश प्रीमियर लीग टी-टवेन्टी मुकाबले समेत रणजी ट्राफी जैसे घरेलू मैचों को मेरठ में आयोजित करवाने को अडिग संघ के पूर्व सचिव को एक और पूर्व पदाधिकारी की नीतियों के चलते बडा झटका लगा है। जहां संघ पूर्व सचिव लखनऊ के इकाना और कानपुर के ग्रीनपार्क व कमला क्लब में मैचों के आवन्टन को लेकर उदासीनता दिखाते हुए सभी घरेलू मैचों को मेरठ के भामाशाह स्टेडियम में आयोजित करवाने के लिए कर्मचरियों पर दबाव डाल रहे हैं तो वहीं एक और पूर्व पदाधिकारी ने उनके मंसूबों पर पानी फेरने का काम करते हुए लखनऊ और कानपुर के स्टेडियमों के लिए हुंकार भर दी है। यूपीसीए के सूत्रों के मुताबिक बीते कई सालों से वर्चस्व को लेकर पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह सभी पर अपना नियन्त्रण कसना चाह रहे हैं। हालांकि वह उस पर थोडा इसलिए भी सफल हो गए क्योंकि पूर्व पदाधिकारी बोर्ड के लिए किए जा रहे कार्यों में लिप्त रहे जिसमें बीते साल विश्वकप का आयोजन और भारतीय टीम का घरेलू दौरे को सम्पादित करवाना प्रमुख रूप से शामिल रहा था। यूपीसीए के पूर्व पदाधिकारी राजीव शुक्ला और उत्तम केसरवानी ने कानपुर में क्रिकेट मैचों की वापसी के लिए कमर भी कस ली है। ग्रीनपार्क में इस साल के क्रिकेट कैलेन्डर में एक टेस्ट मैच से लेकर तीन से चार रणजी ट्राफी के मैचों के आवन्टन करवाए जाने के लिए उन्होंने कडी मशक्कत भी की है। हाल के दिनों में देखा गया है कि आईपीएल से पूर्व लखनऊ के इकाना स्टेडियम में पूर्व और वर्तमान सचिव के बीच में चयनकर्ताओं को लेकर जंग खुलेआम शुरु हो गयी थी। राजीव शुक्ला ने मध्यस्थता कर सब कुछ ठीक करवाने का प्रयास भी किया लेकिन दोनों के बीच पडी दरार को भरवाने में सफल नही हो सके थे। कुछ चयनकर्ताओं और कोच के इस्तीफे के बाद से संघ के भीतर पूर्व सचिव का वर्चस्व बढ गया। यूपीसीए के सूत्र बतातें हैं कि पूर्व सचिव ने इस बार की यूपीपीएल टी-टवेन्टी के सभी मुकाबले मेरठ के भामाशाह स्टेडियम में आयोजित करवाने के लिए निर्देश दिए यही नही उन्होंने मेरठ की होम टीम मेयरविक्स के सभी मुकाबलों के साथ ही कानपुर और लखनऊ के मैचों के आवन्टन के लिए बोला जो उनसे भी पूर्व सचिव और बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला समेत अन्य पदाधिकारियों को ठीक नही लगा। सूत्र यह भी बतातें हैं कि राजीव शुक्ला और उत्तम केसरवानी ने संघ के अध्यक्ष निधिपति सिंहानिया के कनपुरिया क्रिकेट प्रेम को मददेनजर देखते हुए घरेलू मैचों के साथ ही एक टेस्ट मैच के आयोजन का सफल प्रयास कर डाला। वहीं यूपीपीएल को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित करवाने की हरी झण्डी देते हुए उन्होंने पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह को तगडा झटका दे दिया है जिससे उबरने में शायद उनको काफी समय लग जाए।