संवाददाता।
कानपुर। नगर में बर्रा बाईपास पर मानकों को ताक पर रखकर बना दिव्यांशी गार्डेन गेस्ट हाउस केडीए की टीम ने दोबारा सील कर दिया। इससे पहले भी केडीए की टीम गार्डेन को सील करने के साथ ही बुलडोजर से गिराने की कार्रवाई कर चुकी है। लेकिन, गार्डेन के मालिक ने सेटिग-गेटिंग से फिर से संचालन शुरू कर दिया था। केडीए जोनल प्रभारी अधिकारी जोन 3 बुधवार को थाना बर्रा के अंतर्गत भवन संख्या-744 व 744ए में बने दिव्यांशी गार्डेन को सील करने पहुंचे। इस दौरान गार्डेन दोबारा संचालित होता पाया गया। केडीए के अवर अभियंता और अन्य प्रवर्तन स्टाफ के सहयोग से अधिकारियों ने गार्डेन को पूरी तरह से खाली कराकर बाहर से सील कर दिया, और किसी भी तरह के संचालन पर रोक लगा दी। केडीए के विशेष कार्याधिकारी सत शुक्ला ने बताया कि जूही कलां डब्ल्यू ब्लाक के प्लाट नंबर 744 और 744ए करीब दो हजार वर्ग गज की जमीन केडीए की है, जिस पर विनोद प्रजापति फर्जी दस्तावेज बना कब्जा कर दिव्यांशी गार्डन के नाम से गेस्ट हाउस चला रहा था। मामले में उसके खिलाफ केडीए में कई साल से फाइल चल रही थी। इस दौरान गेस्ट हाउस सील भी किया गया था, लेकिन विनोद प्रजापति सील तोड़कर फिर गेस्ट हाउस संचालन करने लगे थे। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। जमीन पर कब्जा करना, सील तोड़ने, नियमों का उल्लंघन करने पर कई बार नोटिस भेजी गई। सितंबर 2022 में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन इसके बाद फिर से गार्डेन को बनाकर संचालन शुरू कर दिया गया।