कानपुर। प्रदेश सरकार की ओर से बिजली उपभोक्ताओं के लिए दरें बढाने का शहर के उद्यमियों ने विरोध जताया है। सोमवार को कानपुर पहुंचे विद्युत उपभोक्ता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने उद्यमियों व केस्को अधिकारियों के साथ जनसुनवाई व बैठक की। केस्को ने फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के कुल राजस्व की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें केस्को ने 406 करोड़ रुपए का घाटा दिखाया। इस रिपोर्ट को अध्यक्ष को मानने से इंकार कर दिया। अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने केस्को द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों को गलत बताया और दर्शाये गए घाटे को हेराफेरी बताते हुए सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। विद्युत मूल्य बढ़ाते जाने के प्रस्ताव के स्वीकार करने की अपील माननीय न्यायाधिकरण से की। फीटा के महासचिव उमंग अग्रवाल ने मंच से बिजली के टैरिफ बढ़ाने का विरोध किया। इस पर आयोग ने जनसुनवाई की, लोगों ने टैरिफ रेट ने बढ़ाने की अपील की। जनसुनवाई के दौरान करीब 500 उद्यमी, व्यापारी व उपभोक्ता पहुंचे। उमंग अग्रवाल ने कहा कि सोलर पैनल लगाने वाले उपभोक्ताओं का उत्पीड़न हो रहा है। उन्हें केस्को के विभिन्न दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं, तब भी उनका कार्य नहीं होता है। सोलर लगाने के बाद भी उनके सोलर यंत्र द्वारा बनाई गई ऊर्जा का पैसा समायोजित नहीं हो रहा है। यह भी कहा की 10 किलो वॉट से अधिक भार का सोलर लगाने वालो को भी सब्सिडी मिलनी चाहिए। फीटा महासचिव ने बताया कि सभी को सुबह 10 बजे बुला लिया गया। लेकिन लोगों को पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई। पानी न मिलने पर एक व्यापारी नेता बाहर से पानी की बोतल ले आए। यह देख टीएसएच के कर्मचारियों, व अन्य ने व्यापारी नेता से अभद्रता व धक्कामुक्की की जिसके बाद काफी विवाद हुआ।