September 17, 2024

कानपुर। शहर में संचालित हो रही मसालों की कंपनियों के नमूने फेल होने के बाद मालिकों को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया गया है। इस मामले में तैयार की गई रिपोर्ट बनाकर अभियोजन की स्वीकृति के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग उत्तर प्रदेश मुख्यालय लखनऊ भेजी गई है। स्वीकृति मिलते ही ऐसी कंपनियों के खिलाफ वाद दाखिल करके जुर्माना तय किया जाएगा। यह जानकारी रविवार को एडीएम सिटी राजेश कुमार ने दी।

   उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 मई माह में एफएसडीए के अधिकारियों ने शहर में संचालित हो रही मसालों की कंपनियों पर छापा मारा था। छापे के दौरान 16 कंपनियों के अलग—अलग मसालों के 35 उत्पादों के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजे गए थे। जिनमें से 23 की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के मुताबिक इन मसालों में कीड़ों के साथ ही साथ पेस्टीसाइड और कीटनाशक की मात्रा भी पाई गई है। खतरनाक कीटनाशक और माइक्रो बैक्टीरिया भी पाए गए हैं। स्थानीय स्तर पर बिक्री किए जाने वाली 14 कंपनियों के उत्पादों के हल्दी पाउडर में भी पेस्टिसाइड्स पाया गया है।

दो नामी कंपनियों के उत्पादों में कमियां पाई गई हैं जिनमे गरम मसाला, मटर पनीर मसाला, धनिया पाउडर में पाई गई कमी इतनी है कि ये सेवन लायक नहीं हैं।  इसके अतिरिक्त एक नामी ब्रांड के मसाले के उत्पादों में कमियां सामने आईं हैं जिनमे मीट मसाला, सब्जी मसाला, बिरयानी मसाला जांच में दूषित पाए गए हैं। इस तरह अलग-अलग कंपनियों के 23 नमूनों में कीड़े, दूषित पदार्थ मिले हैं। शासन के निर्देश के बाद विभाग ने अलग अलग मसाले के उत्पादों के नमूने मई माह में लिए गए थे और अभियान में विभाग ने 13 मसाला फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाई की थी। इस दौरान अलग अलग कंपनियों के 35 मसालों के नमूने लिए जांच के लिए गये और जांच के लैब भेजा गया था। नमूनों की जांच रिपोर्ट के अनुसार मसालों में कार्बेंडाजिम का प्रयोग हुआ है।

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