19 महीने बाद महिला को मिली जमानत।
कानपुर। चर्चित विधायक इरफ़ान सोलंकी के मामले में आज एक आरोपी हिना को जमानत मिल गई। ज्ञात हो कि वर्ष 2022 में सपा विधायक इरफ़ान के ऊपर एक महिला के घर को जलाने को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद उसके अवैध तरीके से कमाये करोडो रूपये के साम्राज्य के खिलाफ शासन व प्रशासन सक्रिय हो गया था, उसके सैकड़ो करोड़ के फैलाये साम्राज्य पर शासन व प्रशासन की निगाह टेढ़ी हो गई थी और कार्रवाही करते हुए कानपुर कमीश्नरेट ने जांचो का सिलसिला चालू कर दिया। जिसमे परत दर परत खुलनी चालू हुई तो बेनामी संपत्तियाँ, अवैध निर्माण, अवैध खनन के द्वारा कमाई गयी अकूत संपत्तियों का खुलासा हुआ जिसमे सैकड़ो करोड़ की संपत्तियाँ प्रशासन ने सीज भी करी, इरफ़ान का ये सफर जो करोडो से हजारों करोड़ तक का था, इसकी नीव उसने बड़े दिमाग से रखी थी, जिसमे उसने सैकड़ो लोगो का सिण्डिकेट तैयार किया था, जिसमे अपराधी वर्ग, व्यापारी वर्ग, छूटभइये नेताओ को शामिल कर घनी बस्तियों और तंग गलियों के क्षेत्र में अवैध निर्माणो, जमीनों पर कब्जे, अवैध कागजात तैयार करना व अन्य नंबर दो के कामों में हिस्सेदारी से अकूत धन सम्पदा अर्जित करी थी। इरफ़ान से पीड़ित वो लोग जिनकी जमीने औने पौने दाम देकर छीन ली गई थी उनका कहना है कि उसने हाजी जी का नाम मिट्टी में ही मिलाया है, इसके वालिद हाजी जी को पूरा शहर सम्मान देता था, हर वर्ग उनका सम्मान करता था और वो भी हर वर्ग के साथ खड़े रहते थे लेकिन इसने तो हम अपनों को ही लूट लिया, हमारे इन क्षेत्रो में पिछले दस वर्षो में 70% जमींनें इरफ़ान के गुर्गो द्वारा कम पैसे देकर किसी बहाने से कब्ज़ा करके मनमाने तरीके से सौदा करके, सैकड़ो अवैध बहुमंजिला निर्माण करवाके करोडो रूपये में बेचे है, हम लोगो ने इनके वालिद की वजह से भारी संख्या में मतदान करके इसको कई बार विधायक बनवाया है लेकिन वो व्यक्ति हम आम जनता का कभी न हुआ न कभी भी ध्यान दिया, यहां तक कि एक फरियादी मो. वसीम जिसके साथ एक बहरूपिया बने वकील मिस्टर गुप्ता ने नौकरी दिलाने के नाम पर दस लाख रूपये कि ठगी कर ली थी, उस फरियादी ने इरफ़ान से अपनी बीमार माँ सहित मिलकर अपनी समस्या बताई कि मेरे साथ एसी घटना हो गयी है, और मुझे पैसो की सख्त जरुरत है तो इरफ़ान ने जवाब दिया कि मै क्या करू, तुमने मुझसे पूछकर पैसा दिया था। इस तरह से आम जनता के प्रति इरफ़ान का व्यवहार था। उसका ध्यान सिर्फ अपराधी वर्ग की लगाम पकड़कर धन कमाना था, उसके बनाये सिण्डिकेट में एक दर्जन से अधिक लोग जेल जा चुके है। जिनमे से कुछ जमानत पर जेल से छूट चुके है।
जमानत पर छूटने वालो में से एक जेल में 19 महीने से बंद बांग्लादेशी नागरिक हिना हाईकोर्ट से जमानत के बाद गुरुवार को जेल से रिहा हाे गई। हिना के साथ ही उसके पति रिजवान खालिद और दो बच्चों व ससुर को पुलिस ने जेल भेजा था। पति रिजवान अभी भी जेल में है, जबकि दोनों बच्चों को भी जमानत मिल चुकी है। मूलगंज थाने से उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था।
मूलगंज पुलिस ने 11 दिसंबर 2022 को कूटचरित भारतीय आधार कार्ड व अन्य फर्जी दस्तावेजों के साथ बांग्लादेशी नागरिक इंपीरियल अपार्टमेंट आर्य नगर निवासी रिजवान मोहम्मद और उसकी पत्नी हिना समेत 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।। अब 19 महीने बाद हाईकोर्ट ने हिना को जमानत दी है।
पुलिस की जांच में सामने आया था कि रिजवान मोहम्मद अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुआ और इसके बाद इरफ़ान ने अपने लेटर पेड पर उसको भारतीय नागरिक बना दिया था फिर वो कानपुर में ही रचबस गया। और इरफ़ान का हवाला कारोबार सँभालने लगा रिजवान मूलगंज निवासी हिना से शादी करके बांग्लादेश चला गया था जहाँ से ही वो काम सँभालने लगा ।वहाँ दंपति के दो बच्चे भी हुए। कई बरसो के बाद में रिजवान परिवार सहित कानपुर के आर्य नगर में ही आलीशान फ्लैट लेकर यहां पर बस गया था। एक मुखबिर की सूचना पर क्राइमब्रांच के एडीसीपी मनीष सोनकर ने यह गुडवर्क करके पांचाें आरोपियों को जेल भेजा था।