संवाददाता।
कानपुर। नगर मे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक के नेतृत्व में विद्या परिषद की बैठक आयोजित हुई। इसमें कई मुद्दों के साथ-साथ ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के संचालन पर आपसी सहमति बनी। विश्वविद्यालय में स्थापित द्रोणाचार्य, सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन द्वारा दूरस्थ एवं ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के संचालन के माध्यम से विद्यार्थियों को अब विश्वविद्यालय के उच्च स्तरीय अध्यापकों द्वारा अपने ज्ञान और कौशल के विकास के अवसर प्राप्त होंगे। बैठक मे बताया गया कि अब घर बैठे ही विद्यार्थी ऑनलाइन लर्निंग मैटेरियल का लाभ भी उठा सकेंगे जो आने वाले समय में पंजीकृत विद्यार्थियों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। अभी हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को क्वेश्चन बैंक उपलब्ध कराया गया हैं, जिसका लाभ हजारों विद्यार्थी उठा रहे हैं। इस प्रकार घर बैठे शिक्षा व्यवस्था की विश्वविद्यालय की यह एक अनूठी और नई पहल है। साथ ही विश्वविद्यालय का स्कूल आफ लैंग्वेज और एजुकेशन डिपार्टमेंट बीए के नए प्रोग्राम्स भी विद्यार्थियों को आगामी नए सत्र से उपलब्ध कराएगा। अन्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी अब मध्य-सत्र से विश्वविद्यालय में अध्ययन की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों में समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप आवश्यक संशोधन भी किए गए हैं। विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले दो विद्यार्थियों को डॉ. विश्वनाथ सेठ पुरस्कार दिए जाने को विद्या परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुल सचिव डॉ. अनिल यादव, डॉ. वृष्टि मित्रा, डॉ. अनुराधा कलानी, प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी, प्रो. संदीप सिंह, सीओई राकेश कुमार, एफओ अशोक कुमार त्रिपाठी, एसोसियेट डीन डॉ. अंशू सिंह, डॉ. रत्नार्थु मिश्र, डॉ. अखिलेन्द्र, समरेंद्र सिंह समेत विभिन्न विषयों के संयोजक, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।