September 17, 2024

कानपुर। साइबर ठगों के बुलंद होते हौसले, बढ़ता दायरा और कमज़ोर साइबर सेल। साइबर ठगों ने उस कहावत को चरित्रार्थ कर दिया  –  “तू डाल डाल मैं पात पात”। जहां कानपुर पुलिस कमिश्नरेट और प्रदेश में स्पेशल साइबर सेल का गठन किया गया है, जिसकी टीम में तेज तर्रार और होनहार अधिकारियों, पुलिस कर्मियों का चयन किया गया है । वही सुदूर देश के बिहार, असम, महाराष्ट्र जैसे किसी अन्य प्रांत या विदेशों में भी बैठकर साइबर ठगों की टीम सक्रिय रहती है। जिसमे साइबर सेल को यदि इनकी ठगी की सूचना समय रहते मिल जाती है, तो  खाते को फ्रीज कराकर उनके ठगी के मंसूबे को ध्वस्त भी किया जाता है लेकिन  साइबर अपराधी साइबर सेल से एक कदम आगे रहते है जिसमे वह नित्य नये प्लेटफार्म पकड़ कर नए तरीकों से ठगी को अंजाम देते रहते है। मासूम जनमानस को ठगने के यह इनके मुख्य तौर तरीके होते हैं कि वे  सरकारी विभाग के कर्मचारी बनकर बात करते है जिससे आम जन डर के माहौल में आ जाता है। सत्यता में सरकारी विभागों के नियम कायदों को लेकर बाबुओं और अधिकारियों ने आम जनमानस में एक भय का माहौल पैदा कर रखा है। यह ठग इन्हीं चीज़ों का फायदा उठाकर अधिकारी, कर्मचारी बनकर भय का प्रभाव डालते हुए सरलता से लोगो को ठगी का शिकार बना लेते हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में इन ठगों ने केस्को बिजली विभाग को अपना नया प्लेटफार्म बनाया  है, जिसमें एक बुजुर्ग के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। जहां ठगों ने ग्वालटोली थाना क्षेत्र के एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को ठगी का शिकार बनाकर उसकी जिंदगी  में कोहराम मचा दिया। ठगों ने बिजली का बकाया बिल बताकर 88 हजार रुपए ऑनलाइन ठग लिए। यह घटना 25/7/24 को घटित हुई जिसमें पीड़ित सय्यद ए रिजवी ने बताया कि ठगों ने उन्हें कॉल करके बिजली विभाग केस्को से संबंधित बिजली का बकाया जमा करने की चेतावनी दी, और कहा कि यदि बिल का भुगतान नहीं किया गया तो बिजली काट दी जाएगी। इसके बाद, उन्होंने बुजुर्ग के नंबर पर एक अज्ञात नंबर से बिल भेजा, जिसे देखने के बाद बुजुर्ग ने भुगतान के लिए भेजे गए मेसेज पर क्लिक किया, जिसके बाद उनके फोन पर कई अन्य बैंक खातो से संबंधित रुपए ट्रांसफर के मैसेज आने लगे। देखते ही देखते एक घंटे के भीतर उनके खाते से अन्य खातों में 88 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर हो गए। बुजुर्ग ने तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क किया, लेकिन उन्हें साइबर थाना मीरपुर जाने को कहा गया। साइबर थाना मीरपुर में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी रिजवी कहते है कि इतने दिन गुजर गए है फिर भी मेरी समस्या सुलझती नहीं दिखाई दे रही है। यह मामला साइबर अपराध की बढ़ती समस्या को दर्शाता है और लोगों को स्वयं में सावधान रहने की जरूरत है।

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