September 20, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में पहले कॉरीडोर आईआईसी से नौबस्ता के बीच तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। मोतीझील तक संचालन हो रहा है। पूरे रूट पर मेट्रो का संचालन होने से पहले मेट्रो रूट के दोनों ओर घरों के व्यवसायिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए केडीए ने ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट जोन बनाने के लिए योजना तैयार की है। इस योजना को लेकर12 अक्टूबर तक लोगों से सुझाव मांगे हैं। निस्तारण कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शासन से योजना को मंजूरी मिलते ही लागू किया जाएगा। इससे मेट्रो रूट के 500 मीटर दायरे में रहने वाले लोग अपने घरों को कॉमर्शियल उपयोग कर सकेंगे। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ सकेंगे। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कॉरीडोर-1 के तहत आईआईटी से मोतीझील, चुन्नीगंज, माल रोड, नरोना चौराहा, एक्सप्रेस रोड, कानपुर सेंट्रल, झकरकटी, ट्रांसपोर्ट नगर, बारादेवी होते नौबस्ता गल्ला मंडी के पास 23 किलोमीटर लंबा मेट्रो रूट विकसित कर रहा है। इसी तरह सीएसए से काकादेव, विजयनगर होते हुए बर्रा-8 तक 8 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर- 2 के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इसके मद्देनजर यहां 31 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक के दोनों तरफ 500 मीटर के दायरे के भवन, प्लाट मालिक को उसका फायदा देने के लिए टीओडी जोन विकसित करने का प्लान तैयार किया गया है। केडीए के अधिकारियों के अनुसार टीओडी जोन में 2,07,80,000 वर्गमीटर जमीन आ रही है। केडीए वीसी विशाख जी के अनुसार कॉरिडोर के पूरे रूट पर मेट्रो संचालन शुरू करने से पहले ही एक साल के अंदर ही टीओडी जोन व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। बीती 26 तारीख को केडीए बोर्ड की 136वीं बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पास हुआ। केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य ने आपत्तियां और सुझाव मांगे हैं। केडीए की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी सुझाव, आपत्ति दे सकते हैं। टीओडी जोन में छावनी क्षेत्र को शामिल नहीं किया गया है। इसलिए इस क्षेत्र के भवन स्वामियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *