संवाददाता।
कानपुर। नगर में गंगा बैराज से 5 लाख लोगों की जलापूर्ति 4 दिनों से बंद है। लीकेज ढूंढने में नाकाम जल निगम ने दिल्ली से प्रोफेशनल कंपनी को बुलाया है। बुधवार को भी लीकेज न बनाए जाने की वजह से पानी की सप्लाई बंद रही। उधर जल निगम की तरफ से दिल्ली से बुलाई गई टीम भी मंगलवार देर रात तक लगी रही। जल निगम ने 31 जनवरी को मरम्मत कराने और 1 फरवरी से सामान्य रूप से पानी की आपूर्ति करने का दावा किया है। गंगा बैराज जल शोधन संयंत्र से शहर और दक्षिणी क्षेत्र में रोज करीब पांच करोड़ लीटर पानी सप्लाई करने वाली मुख्य पाइपलाइन में बैराज मार्ग स्थित डॉल्फिन चौराहे के पास 15 दिन पहले लीकेज हो गया था। जल निगम ने तीन दिन पहले बैराज जल शोधन संयंत्र बंद कर मरम्मत की तैयारियां शुरू की। डॉल्फिन चौराहे पर गड्ढा खोदने के साथ ही 2100 मिलीमीटर ब्यास का पाइप काटा गया। दिल्ली से बुलाई गई टेक्नोचेक कंपनी के प्रभारी अधिकारी मनोज के नेतृत्व में आई टीम ने पाइप में उतरकर जायजा लिया। जल निगम के अवर अभियंता अनुराग सिंह ने बताया कि दिल्ली की टीम का कहना है कि पाइप में लगी जंग टूटने पर ही वह डिटेक्टर लगाकर लोकेज का पता लगा पाएंगे। उनके कहने पर पाइप में वहां से दोनों तरफ 40 मीटर दूर तक की जंग दूसरे दिन भी छुड़ाई गई। पाइप में भरा पानी भी निकाला जा रहा है। टीम ने तीन बार स्थिति का जायजा लिया। उधर जल निगम के अधिशासी अभियंता अजमल हुसैन ने बताया कि लीकेज का पता चल गया है। दावा किया गया कि 31 जनवरी को शाम तक मरम्मत कर बैराज जल शोधन संयंत्र चालू कर दिया जाएगा। 1 फरवरी को पानी की आपूर्ति की जाएगी।